Terrorist Attack: पाकिस्तान के एयरबेस पर बड़ा आत्मघाती हमला, 3 आतंकी ढेर
पाकिस्तान में एक बार फिर आतंकियों ने हमला किया है। आत्मघाती हमलावरों सहित भारी हथियारों से लैस 5-6 आतंकी पंजाब के मियांवाली स्थित वायु सेना के अड्डे में घुस गए हैं। दोनों तरफ से जबरदस्त फायरिंग हुई।
Terrorist Attack: पाकिस्तान में एक बार फिर आतंकियों ने हमला किया है। आत्मघाती हमलावरों सहित भारी हथियारों से लैस 5-6 आतंकी पंजाब के मियांवाली स्थित वायु सेना के अड्डे में घुस गए हैं। दोनों तरफ से जबरदस्त फायरिंग हुई। जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तानी एयरफोर्स ने 3 आतंकवादियों को मार गिराया है, जबकि बाकी 3 को घेर लिया गया है। मुठभेड़ के दौरान एक फ्यूल टैंकर और 3 एयरक्राफ्ट तबाह हो गए। इस दौरान पूरे शहर में दहशत का माहौल है। तहरीक-ए-जिहाद नाम के संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान के प्रवक्ता मुल्ला मुहम्मद कासिम ने मियांवाली के एयरबेस पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली है। और दावा किया है फिदायीन हमलावरों ने पीएएफ एयरबेस में दर्जनों छोटे और बड़े विमानों को नष्ट कर दिया है और कई सैन्यकर्मी और पायलट मारे गए हैं।
जानकारी के मुताबिक, तहरीक-ए- जिहाद पाकिस्तान ने हमले की जिम्मेदारी ली है। तहरीक-ए-जिहाद के प्रवक्ता मुल्ला मोहम्मद कासिम ने पाकिस्तानी एयरफोर्स पर हुए फिदायीन हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया है कि हमले में कई हमलावर शामिल थे। आतंकवादियों ने मियांवाली एयरबेस में घुसने के लिए सीढ़ियों का इस्तेमाल किया। आतंकियों ने दीवारों पर सीढ़ी लगाई और परिसर में दाखिल हो गए। इसके बाद लगातार कई धमाके किए।
पाकिस्तानी एयर फोर्स ने बताया कि समय रहते ही हमारे सैनिकों ने एक बड़े हमले को नाकाम कर दिया है। एयरबेस के अंदर और आसपास के इलाकों में फाइनल ऑपरेशन चल रहा है। पाकिस्तान हर कीमत पर देश से आतंकवाद के खतरे को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पाकिस्तान में बीते 24 घंटे में ये तीसरा आतंकी हमला हैं। इससे पहले शुक्रवार रात ग्वादर में सेना की 2 गाड़ियों पर आतंकियों ने हमला किया था। इस हमले में 14 सैनिक मारे गए थे। हमले के वक्त सैनिक पसनी से ओरमारा की ओर जा रहे थे। इस हमले के बाद से पाकिस्तानी आर्मी ने इलाके में आतंकियों की तलाश शुरू कर दी है।
वहीं इसके अलावा, शुक्रवार (3 नवंबर) को ही खैबर पख्तूनख्वा के कई इलाकों में इंटेलिजेंस के आधार पर चलाए गए ऑपरेशन्स में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के आत्मघाती हमलावर सहित दो आतंकवादी मारे गए। जबकि दो घायल हो गए।
तहरीक-ए-जिहाद एक आतंकी संगठन है, इसे एक रहस्यमयी संगठन भी कह सकते हैं। क्योंकि इसे लेकर ज्यादा जानकारी मौजूद नहीं है। तहरीक-ए-जिहाद पहले चमन, बोलान, स्वात के क्षेत्र कबल और लकी मरूत में हमलों की जिम्मेदारी ले चुका है। लेकिन कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ये संगठन कई हमलों में शामिल नहीं था मगर हमले की जिम्मेदारी ले ली।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, तहरीक-ए-जिहाद को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान पूरा समर्थन मिलता है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान जिन आतंकी हमलों की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहता है, तो उसे तहरीक-ए-जिहाद अपने खाते में डाल लेता है।
बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से पाकिस्तान में आंतकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को मजबूती मिली है। आतंकवाद की फैक्ट्री कहे जाने वाले पाकिस्तान में अब तक जितने भी आतंकी संगठन हैं, उनमें तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान सबसे ज्यादा खतरनाक माना जाता है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने ही मलाला यूसुफजई पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी। इसी संगठन ने पेशावर में सैनिक स्कूल पर हमला करके 114 बच्चों को मार दिया था।