UN Secretary General : इस्लामोफोबिया के प्रसार के लिए सोशल मीडिया जिम्मेदार- संयुक्त राष्ट्र महासचिव

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस्लामोफोबिया और कट्टरता के अन्य रूपों के प्रसार के लिए सोशल मीडिया को जिम्मेदार ठहराया है।

UN Secretary General : इस्लामोफोबिया के प्रसार के लिए सोशल मीडिया जिम्मेदार- संयुक्त राष्ट्र महासचिव

UN Secretary General : संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस्लामोफोबिया और कट्टरता के अन्य रूपों के प्रसार के लिए सोशल मीडिया को जिम्मेदार ठहराया है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने गुटेरेस के हवाले से कहा, "दुनिया भर में, हम मुस्लिम विरोधी नफरत और कट्टरता की बढ़ती लहर देख रहे हैं।" भारत ने इस मुद्दे पर मतदान से परहेज किया। इस दौरान भारत ने इस्लामोफोबिया की जगह सभी धर्मों के खिलाफ डर का मुद्दा उठाया। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी राजदूत रुचिरा कंबोज ने मतदान न करने को लेकर भारत का पक्ष रखा और कहा कि भारत सभी प्रकार के धार्मिक फोबिया के खिलाफ खड़ा है।

भारत ने इस्लामोफोबिया पर मतदान नहीं किया

भारत ने इस मुद्दे पर मतदान से परहेज किया। इस दौरान भारत ने इस्लामोफोबिया की जगह सभी धर्मों के खिलाफ डर का मुद्दा उठाया। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी राजदूत रुचिरा कंबोज ने मतदान न करने को लेकर भारत का पक्ष रखा और कहा कि भारत सभी प्रकार के धार्मिक फोबिया के खिलाफ खड़ा है।

भारत में सभी धर्मों के लोगों को शरण दी जाती है

उन्होंने आगे कहा, 'पारसी, बौद्ध और यहूदियों समेत हर किसी को भारत में शरण मिली,  भारत सर्व धर्म समभाव के सिद्धांत में मानता है। यह सिर्फ भारत की संस्कृति में नहीं बल्कि हमारे संविधान में भी दिखता है। उन्होंने आगे कहा, 'उन्होंने कहा कि हम धर्म के आधार पर भेदभाव और हिंसा के खिलाफ है। हम यहूदी विरोधी, ईसाई भय या इस्लामोफोबिया से प्रेरित सभी कृत्यों की निंदा करते हैं। लेकिन यह मानना भी जरूरी है कि इस तरह के फोबिया अब्राहमिक  से आगे बढ़ चुके हैं।

भारत हर किसी को शरण देता है

उन्होंने आगे कहा, 'भारत चाहे यहूदी विरोधी भावना हो या ईसाई भय या इस्लामोफोबिया और सभी हिंदू, बौद्ध और सिख विरोधी भावनाओं के खिलाफ है।' उन्होंने इस्लामोफोबिया से जुड़े प्रस्ताव पर चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसी मिसाल नहीं कायम करना चाहिए, जिसके परिणामस्वरूप खास धर्मों से जुड़े भय वाले प्रस्ताव सामने आएं। यह संभावित रूप से यूएन को धार्मिक कैंप में बांट सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि भारत अनेकवाद का चैंपियन है। दुनिया में जिस किसी को भी उसके धर्म के आधार पर अत्याचार सहना पड़ा उसे भारत ने शरण दी।

नफरत फैलाने के लिए सोशल मीडिया का दुरुपयोग किया जा रहा

शुक्रवार को इस्लामोफोबिया से निपटने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में यूएन चीफ ने कहा कि नफरत फैलाने वाले अपनी घृणित विचारधाराओं को बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म नफरती विचारधाराओं की उत्पत्ति स्थल बन गए हैं। गुटेरेेस ने कहा कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वालों को घृणित सामग्री के प्रसार को नियंत्रित और रोकना चाहिए। सभी लोगों को असहिष्णुता और विभाजन की दीवारों को ढहाने में अपनी भूमिका निभानी चाहिए।

मुस्लिम विरोधी कट्टरता को खत्म करना हम सभी की जिम्मेदारी

गुटेरेस कहा कि इससे न केवल सामाज विभाजित होता है, बल्कि हिंसा को भी बढ़ावा मिलता है। उन्होंने कहा, नफरत और कट्टरता को हम नजरअंदाज नहीं कर सकते। आज के समय में मुस्लिम विरोधी कट्टरता को खत्म करना हम सभी की जिम्मेदारी है। यूएन चीफ ने कहा कि सरकारों को भड़काऊ भाषणों की निंदा करनी चाहिए और विशेष रूप से अल्पसंख्यकों की धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा करनी चाहिए।

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