UN news:बांग्लादेश में छात्रों ने फिर किया विरोध प्रदर्शन शुरू
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने छात्रों के विरोध प्रदर्शन फिर से शुरू होने पर 'शांति और संयम' की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने सोमवार को अपनी दैनिक ब्रीफिंग में कहा कि यूएन महासचिव 'बांग्लादेश की स्थिति को लेकर बहुत चिंतित हैं।
UN news: संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने छात्रों के विरोध प्रदर्शन फिर से शुरू होने पर 'शांति और संयम' की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने सोमवार को अपनी दैनिक ब्रीफिंग में कहा कि यूएन महासचिव 'बांग्लादेश की स्थिति को लेकर बहुत चिंतित हैं।'
प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कही ये बात
प्रवक्ता ने कहा, "एंटोनियो गुटेरेस ने आज छात्रों के विरोध प्रदर्शन फिर से शुरू होने की खबरों पर गौर किया है तथा शांति और संयम की अपील को दोहराया है।" उन्होंने आगे कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने ढाका और न्यूयॉर्क में अधिकारियों के साथ अपनी चिंता व्यक्त की है। हम बांग्लादेश से उम्मीद करते हैं कि वह मानवाधिकारों का सम्मान करेगा और उनका पालन करेगा, खासकर जब वह संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशनों में सबसे बड़ा सैन्य योगदान देने वाला देश है। प्रदर्शनकारी छात्र सरकारी नौकरियों में स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों को 30 प्रतिशत आरक्षण देने का विरोध कर रहे हैं। ये बांग्लादेश के वो सेनानी थे जिन्होंने पाकिस्तान से आजादी दिलाई थी। ढाका के अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तानी सैनिकों और उनके समर्थकों द्वारा की गई नरसंहार में 30 लाख लोग मारे गए थे।
छात्रों ने फिर शुरु किया विरोध प्रदर्शन
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को घटाकर 5 प्रतिशत कर दिए जाने के बाद, छात्र नेताओं ने पिछले सप्ताह विरोध प्रदर्शन रोक दिया था। सरकार ने छात्र नेताओं को रिहा करने की मांग को पूरा नहीं किया, इसलिए छात्रों ने सोमवार को फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस हिंसक घटना में पुलिसकर्मियों समेत 175 से अधिक लोग मारे गए हैं और एक हजार से ज्यादा घायल हुए हैं। प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि गुटेरेस सुरक्षाबलों के अत्यधिक बल प्रयोग और मानवाधिकार उल्लंघन की खबरों से चिंतित हैं। उन्होंने दोहराया है कि हिंसा की सभी घटनाओं की तुरंत, पारदर्शी और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।