Sawan 2024:सावन में करें शिव जी के इन मंदिरों में पूजा, सारी मनोकामनाएं होगी पूर्ण
सावन के महीने में शिव जी के प्रतिष्ठित ज्योतिर्लिंगों के दर्शन किए जाएं, तो इससे अक्षय फलों की प्राप्ति होती है। ऐसी मान्यता है कि इस दौरान भोलेनाथ प्रसन्न मुद्रा में होते है। तो ऐसे में आज हम आपको बतायेंगे सावन के कुछ प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों के बारे में, जहां सच्चे मन से दर्शन करने से भक्त की सारी इच्छाएं पूरी हो जायेगी।
Sawan 2024:हिंदूओं में सावन का महीना बेहद शुभ माना जाता है। भगवान शिव की पूजा के लिए ये महीना काफी पवित्र होता है। लोग कई तरह के शिव मंदिरों में पूजा करने जाते है। कहा जाता है कि, सावन के महीने में शिव जी के प्रतिष्ठित ज्योतिर्लिंगों के दर्शन किए जाएं, तो इससे अक्षय फलों की प्राप्ति होती है। ऐसी मान्यता है कि इस दौरान भोलेनाथ प्रसन्न मुद्रा में होते है। तो ऐसे में आज हम आपको बतायेंगे सावन के कुछ प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों के बारे में, जहां सच्चे मन से दर्शन करने से भक्त की सारी इच्छाएं पूरी हो जायेगी।
त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग
त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग (Trimbakeshwar Jyotirlinga) को हिंदू पौराणिक कथाओं में सबसे प्राचीन और पवित्र स्थल माना जाता है। यह ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के नासिक जिले के त्र्यंबक गांव में स्थित है। जो भक्तों के दिलों में उच्च स्थान रखता है। कहा जाता है त्र्यंबकेश्वर की यात्रा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही आध्यात्मिक ज्ञान और मुक्ति मिलती है। इस मंदिर में भक्त दूर-दूर से दर्शन के लिए आते हैं। बता दें, इस धाम की विशेषता है कि यहां स्थापित शिवलिंग के तीन मुख हैं, जो त्रिमूर्ति- ब्रह्मा, निर्माता, विष्णु, संरक्षक, और महेश्वर, संहारक का प्रतीक है।
भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग
भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग (Bhimashankar Jyotirlinga) महाराष्ट्र के पुणे से 110 किलोमीटर दूर स्थित है। इस धाम को क्षेत्रीय लोग मोटेश्वर महादेव के नाम से भी जानते हैं। शिव जी के 12 ज्योतिर्लिंगों में से ये छटा ज्योतिर्लिंग माना गया है। इस धाम में भगवान शिव की पूजा अर्धनारीश्वर के रूप में की जाती है, जो एक अद्वितीय अभिव्यक्ति का प्रतीक हैं। इसके साथ ही यह पवित्र धाम स्त्री और पुरुष के ऊर्जा के सामंजस्य का भी प्रतीक है। बता दें कि, भीमा नदी की वजह से इसका महत्व और भी बढ़ गया है।
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग (Mahakaleshwar Jyotirlinga) मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में स्थित है। जिन्हें कालों का काल महाकाल के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर में भक्त बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए आते हैं। ऐसा कहा जाता है कि ये मंदिर शिव जी के उग्र स्वरूप का प्रतीक है।