Uttarakhand News: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
टनल में काम कर रहे 40 मजदूर पिछले 55 घंटे से अंदर फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, समेत अन्य एजेंसियां टनल में फंसे हुए 40 मजदूरों को बचाने लिए काम कर रही हैं।
Uttarakhand News:उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में 12 नवंबर को हुए भूस्खलन के बाद फंसे मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन तीसरे दिन भी जारी है। अधिकारियों ने मजदूरों को निकालने के लिए ऑगर ड्रिलिंग मशीन बुलाई है, जो मलबे में 900 मिमी स्टील पाइप लगाएगी। ये पाइप अंदर फंसे हुए मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकलने के लिए रास्ता बनाएंगे। मौके पर 900 मिमी व्यास के पाइप पहुंच चुके हैं और ऑगर ड्रिलिंग मशीन के लिए प्लेटफार्म तैयार कर लिया गया है।
सचिव आपदा प्रबंधन ने दी जानकारी
सुरंग का दौरा करने के बाद सचिव आपदा प्रबंधन रंजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि टनल में फंसे हुए मजदूरों को मंगलवार रात या बुधवार तक रेस्क्यू किया जा सकता है। अंदर से अब तक लगभग 15-20 मीटर मलबा हटा दिया गया है और प्रक्रिया तेजी से जारी है। उन्होंने बताया कि हम मलबे के ढेर से स्टील पाइप डालने की योजना बना रहे हैं। हमें उम्मीद है कि मंगलवार रात या बुधवार तक फंसे हुए लोगों को बचा लिया जाएगा।
सभी मजदूर सुरक्षित हैं
जानकारी के मुताबिक, पाइप डालने के बाद मजदूरों तक पहुंचने में 24 घंटे से अधिक का समय लग सकता है। सभी मजदूर सुरक्षित हैं, उनसे वॉकी-टॉकी के जरिए संपर्क किया गया है। छोटे-छोटे पैकेट के जरिए मजदूरों को खाना-पानी पहुंचाया जा रहा है। इसके साथ टनल के अंदर ऑक्सीजन भी भेजी जा रही है।
पीएम मोदी ने सीएम धामी से की बात
वहीं घटना को लेकर पीएम मोदी ने उत्तराखंड मुख्यमंत्री धामी से बात की। पीएम मोदी ने रेस्क्यू अभियान को लेकर हर संभव मदद का आश्वासन दिया। पीएम मोदी ने फंसे हुए लोगों के परिवारों को भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार और प्रशासन उन्हें बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। बता दें कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी में 12 नवंबर की सुबह 4 बजे ये घटना हुई थी... जहां एक निर्माणाधीन टनल धंस गई थी। पिछले 50 घंटे से ज्यादा 40 मजदूर अंदर फंसे हुए हैं। चारधाम प्रोजेक्ट के अन्तर्गत यह टनल ब्रह्मकमल और यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर सिल्क्यारा और डंडलगांव के बीच बनाई जा रही है।