Raksha Khadshe: कौन है रक्षा खडसे, जो मोदी कैबिनेट महिला मंत्रिमंडल में है सबसे युवा मंत्री !

मोदी कैबिनेट 3.0 में इस बार कुल 7 महिला सांसदों ने मंत्री पद की शपथ ली है जिनमें से एक नाम है रक्षा खडसे,जिनकी सियासी गलियारे में खूब चर्चा हो रही है। क्योंकि रक्षा खडसे मोदी कैबिनेट महिला मंत्रिमंडल में सबसे युवा मंत्री हैं। तो चलिए जानते हैं कि कौन हैं रक्षा खडसे जिन पर मोदी सरकार ने भरोसा जताया और कैबिनेट में जगह दी।

Raksha Khadshe: कौन है रक्षा खडसे, जो मोदी कैबिनेट महिला मंत्रिमंडल में है सबसे युवा मंत्री !

Raksha Khadshe: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm modi) के नए कैबिनेट का विस्तार हो चुका है। और इस बार कई नये चेहरों को पीएम के मंत्रिमंडल (PM's cabinet )में जगह मिली है। वहीं मोदी मंत्रिमंडल महिला सशक्तिकरण को लेकर भी चर्चा में है। मोदी कैबिनेट 3.0 में इस बार कुल 7 महिला सांसदों ने मंत्री पद की शपथ ली है जिनमें से एक नाम है रक्षा खडसे,जिनकी सियासी गलियारे में खूब चर्चा हो रही है। क्योंकि रक्षा खडसे मोदी कैबिनेट महिला मंत्रिमंडल में सबसे युवा मंत्री हैं। तो चलिए जानते हैं कि कौन हैं रक्षा खडसे जिन पर मोदी सरकार ने भरोसा जताया और कैबिनेट में जगह दी।

कौन हैं रक्षा खड़से ?

37 साल की रक्षा खडसे मोदी कैबिनेट महिला मंत्रिमंडल में सबसे युवा मंत्री हैं। लेकिन इससे पहले वह 26 साल की उम्र में सांसद बन गई थीं। और अब उन्हें युवा मामले और खेल मंत्रालय की कमान सौंपी गई है।रक्षा खडसे महाराष्ट्र के दिग्गज राजनेता एकनाथ खडसे की बहू हैं। वो रावेर लोकसभा सीट से तीन बार सांसद रह चुकीं हैं। रक्षा खडसे के पिता का नाम जगदीश मोहन पटेल और मां का नाम अनीता पटेल है।उन्होंने टी.एच.एम. कॉलेज, नासिक, महाराष्ट्र से पढ़ाई की है। वो कम्प्यूटर साइंस में बीएससी ग्रेजुएट हैं। रक्षा खडसे पिछली बार के टर्म में लोकसभा की कई समितियों में सदस्य के तौर काम चुकी हैं। उनकी गिनती काफी सक्रिय सांसदों में होती है। वो सामाजिक कार्यों में भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लेती हैं।

सरपंच, जिला परिषद और फिर MP

मध्य प्रदेश के खेतिया की रहने वाली रक्षा खडसे ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआतसरपंच के तौर पर की थी...वो पहली बार कोथाडी गांव की सरपंच चुनी गईं थीं।   इसके बाद वो जालगांव की जिला परिषद बनीं और फिर 2014 लोकसभा चुनाव में उन्हें भाजपा से टिकट मिला और वो सांसद बन गईं।

2014 के आम चुनाव में एनसीपी के मनीष जैन को करीब 3 लाख वोटों से हराकर जब रक्षा सांसद बनीं तो वह 16वीं लोकसभा की सबसे युवा सांसद में से एक थीं। महज 26 साल की उम्र में महाराष्ट्र की इस अहम सीट को जीतकर अपनी राजनीति का लोहा मनवाया तो वहीं इस चुनाव में वो एनसीपी शरद पवार गुट के श्रीराम पाटिल को करीब 2 लाख 72 हजार वोटों के अंतर से हराकर संसद पहुंची हैं।

कठिन परिस्थियों के बीच राजनीति में रखा कदम

रक्षा खडसे ने काफी विकट परिस्थितयों के बीच राजनीति में कदम रखा था। उनकी शादी एकनाथ खडसे के बेटे निखिल से हुई थी। 2013 में निखिल ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद 2014 में रक्षा खडसे पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ीं और बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। 2024 के चुनावों में उन्होंने जीत की हैट्रिक लगाई है। उनकी जीत महाराष्ट्र के लिए काफी अहम है। क्योंकि राज्य में इस बार बीजेपी को सिर्फ 9 सीटें मिली हैं।

परिवार के साथ नहीं छोड़ी बीजेपी

रक्षा खडसे के ससुर एकनाथ खडसे ने देवेंद्र फडणवीस से मतभेद के बाद बीजेपी छोड़ दी थी लेकिन रक्षा खडसे बीजेपी में बनी रहीं यही वजह है कि बीजेपी ने उन पर 2019 के बाद 2024 में भी भरोसा किया। खडसे परिवार के साथ छोड़ने पर रक्षा खडसे ने साफ कहा कि वो बीजेपी को नहीं छोड़ेंगी। 2024 लोकसभा चुनावों के बीच में एकनाथ खडसे के बीजेपी में लौटने की अटकलें लगी थीं लोकिन वो बीजेपी में शामिल नही हुए। वहीं रक्षा खडसे के केंद्र में मंत्री बनने के बाद अब इस बात की भी अटकलें लग रही है कि एकनाथ खडसे बीजेपी में वापसी कर सकते हैं।