Prayagraj Encounter:उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी नफीस बिरयानी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, 5 दिन पहले घोषित किया था इनाम
पुलिस की जवाबी फायरिंग में नफीस के पैर में गोली लग गई जिसके चलते पुलिस ने नफीस को दबोच लिया लेकिन उसका साथी इस दौरान भागने में कामयाब हो गया।
Prayagraj Encounter: उमेश पाल हत्याकांड में आरोपित और 50 हजार का इनामी बदमाश नफीस बिरयानी (Nafees Biryani) प्रयागराज पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। चेंकिग के दौरान भागते वक्त पुलिस ने नफीस पर फायरिंग की जिसमें उसके पैर में गोली लग गई।
कैसे हुआ गिरफ्तार
दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि नफीस प्रयागराज के खुल्दाबाद स्थित अपने घर पहुंचने वाला है। इसी सूचना के चलते पुलिस ने प्रतापगढ़-प्रयागराज बॉर्डर के पास चेकिंग लगाई थी। इस समय नफीस और उसके साथी ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरु कर दी। वहीं पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की जिसमें नफीस के पैर में गोली लग गई। पैर में लगी गोली की वजह से पुलिस ने नफीस को दबोच लिया लेकिन उसका साथी इस दौरान भागने में कामयाब हो गया। पुलिस ने बताया कि वो हाइवे के किनारे जंगल की तरफ से निकल गया हालांकि उसकी तलाश जारी है।
उमेश पाल हत्याकांड
दरअसल प्रयागराज में बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party) के विधायक राजू पाल की हत्या (Raju Pal murder case) मामले में मुख्य गवाह उमेश पाल की इसी साल 24 फरवरी को उसके घर के पास ही अतीक अहमद (Atiq Ahmed murder case) के बेटे असद ने दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्या में इस्तेमाल की गई क्रेटा कार नफीस बिरयानी की ही थी। और वह काफी दिनों से फरार था।
अस्पताल में भर्ती
प्रयागराज के डीसीपी अभिषेक भारती ने बताया कि बुधवार, 22 नवंबर 2023 को चेकिंग के दौरान नवाबगंज थाने में मुठभेड़ हुई थी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में आरोपी के पैर में गोली लगी। डीसीपी ने आगे कहा कि इस शख्स पर उमेश पाल हत्याकांड में शामिल होने का आरोप है और कल एनकाउंटर के बाद आरोपी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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5 दिन पहले घोषित हुआ था इनाम
बता दें कि नफीस बिरयानी (Prayagraj Police) पर प्रयागराज पुलिस ने 5 दिन पहले ही नफीस की गिरफ्तारी पर 50,000 का इनाम घोषित किया था। वहीं उसकी तलाश में बीते दिन पुलिस ने दिल्ली के एक होटल में छापेमारी भी की थी।
माफिया अतीक का था करीबी
बता दें कि नफीस, अतीक अहमद और उसके छोटे भाई अशरफ का बेहद करीबी था। अशरफ ने नफीस को नॉनवेज प्वाइंट खोलने के लिए सिविल लाइंस में जगह भी मुहैया कराई थी। जिसके बाद से नफीस ने प्रयागराज में कई नॉनवेज आउटलेट खोले। इसी के चलते मोहम्मह नफीस, नफीस बिरयानी के नाम से पहचाना जाने लगा।