Israel-Palaestine War: पीएम मोदी ने फोन पर नेतन्याहू को क्यों कहा धन्यवाद?

Israel-Palaestine War: पीएम मोदी ने फोन पर नेतन्याहू को क्यों कहा धन्यवाद?: इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के बीच जारी युद्ध के बीच इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आज 10 अक्टूबर को प्रधानमंत्री मोदी को फोन कर हालात की ताजा जानकारी दी है।

Israel-Palaestine War: पीएम मोदी ने फोन पर नेतन्याहू को क्यों कहा धन्यवाद?

Israel-Palaestine War: इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के बीच जारी युद्ध के बीच इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आज 10 अक्टूबर को प्रधानमंत्री मोदी को फोन कर हालात की ताजा जानकारी दी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर ट्वीट कर कहा ‘इजरायल की वर्तमान स्थिति से अपडेट कराने के लिए मैं इजरायल (Israel) के प्रधानमंत्री नेतन्याहू (Netanyahu)को धन्यवाद देता हूं’ मोदी ने यह भी कहा कि ‘भारत युद्ध की कड़ी और स्पष्ट रूप से निंदा करता है और हर स्थिति में इजरायल के साथ खड़ा है’
बता दें कि शनिवार, 7 अक्टूबर को आतंकी संगठन हमास ने इजरायल पर 5 हजार रॉकेट दाग कर हमला कर दिया था जिसके बाद इजरायल ने फिलिस्तीन के खिलाफ़ युद्ध घोषित कर दिया। 
हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजराइल के साथ एकजुटता व्यक्त की थी और इसे आतंकी हमला करार दिया था। उन्होंने एक्स पर लिखा था, ''इजरायल में हुए आतंकी हमले की खबर से स्तब्ध हूं, हमारी संवेदनाएं मृतकों के परिवार के साथ हैं"।

भारत-इजरायल संबंध

भारत ने 17 सितंबर, 1950 को इजरायल को देश के तौर पर मान्यता देने की घोषणा की थी। दोनों देशों के बीच 29 जनवरी, 1992 को राजनयिक संबंध स्थापित हुए और दोनों देशों में एक-दूसरे के दूतावास खोले गए। राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद रक्षा और कृषि द्विपक्षीय संबंधों के मुख्य स्तंभ बने, हालांकि दूसरे क्षेत्रों में भी तेजी से सहयोग बढ़ा है। एशिया में भारत, इजरायल का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है तो वहीं वैश्विक स्तर पर भारत, इजरायल का सातवां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है।

क्या बोले इजरायल के राजदूत 

भारत में इजरायली राजदूत नाओर गिलोन ने इससे पहले कहा था कि भारत एक प्रभावशाली देश है और उनके देश को भारत से मजबूत समर्थन की जरूरत होगी।
इन देशों की नजर में हमास है आतंकी संगठन हमास को सिर्फ इजराइल ही नहीं बल्कि अमेरिका, यूरोपीय संघ, कनाडा, मिस्र और जापान भी आतंकवादी संगठन मानते हैं।

इजराइल के सर्मथन में आए ये देश

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल का समर्थन किया है, इसके अलावा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी इजरायल के समर्थन में बयान दिया है।

वहीं दूसरी ओर ईरान, पाकिस्तान, रूस सहित कई अफ्रीकी देशों ने फिलिस्तीन का समर्थन किया है। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली ख़ामनेई ने तो फिलिस्तीन के समर्थन में यह तक कह डाला है कि "यहूदी शासन पर जिन लोगों ने हमले की योजना बनाई, हम उनके हाथों को चूमते हैं.।"

चौथे दिन कैसे रहे हालात

इजरायल और हमास के बीच जारी जंग के दौरान अब तक 1600 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और वहीं करीब 4500 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। कई इमारतों के जम़ीदोज होने की खबर आ रही है। वहीं अमेरिका ने इजरायल की मदद के लिए हथियारों की पहली खेप भेज दी है।