PFI: पीएफआई के ठिकानों पर एनआईए का छापा, लखनऊ में 3 घरों में छापेमारी, पुलिस फोर्स भी मौजूद
PFI:राजधानी लखनऊ में मदेयगंज के बड़ी पकरिया इलाके में एनआईए की टीम छानबीन कर रही है। एनआईए एक ही मोहल्ले के तीन घरों में छापेमारी कर रही है। एनआईए के साथ पुलिस फोर्स भी मौजूद है।
PFI: राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आज प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के कई ठिकानों पर छापा मारा है। लखनऊ समेत बाराबंकी बहराइच सीतापुर हरदोई में भी छापेमारी की जा रही है। राजधानी लखनऊ में मदेयगंज के बड़ी पकरिया इलाके में एनआईए (NIA) की टीम छानबीन कर रही है। एनआईए एक ही मोहल्ले के तीन घरों में छापेमारी कर रही है। एनआईए के साथ पुलिस फोर्स भी मौजूद है। जिसमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
लखनऊ के मदेगंज के बड़ी पकरिया इलाके में सुबह 5 बजे 4 गाड़ियों से एनआईए की टीम पहुंची। एनआईए के साथ पुलिस की टीम भी मौजूद है। एनआईए के अधिकारी डॉ. शमीम और ख्वाजा समेत 3 घरों में छानबीन कर रहे हैं। इस दौरान गली को दोनों तरफ से सील कर दिया गया है। पुलिस किसी को भी गली से आने-जाने नहीं दे रही हैं। जानकारी के मुताबिक, इन लोगों को पीएफआई को सपोर्ट करने, फंडिंग और एजेंट बनाने का आरोप है।
पीएफआई के संगठनों पर एनआईए की छापेमारी देश के कई राज्यों में चल रही है। यह सभी ठिकाने उत्तर प्रदेश, दिल्ली-NCR, राजस्थान और महाराष्ट्र में मौजूद हैं। करीब एक महीने पहले एनआईए ने पीएफआई के 19 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। इनमें 19 लोगों में 12 पीएफआई के नेशनल एग्जक्यूटिव काउंसिल के सदस्य थे।
मिली जानकारी के मुताबिक, एनआईए की छापेमारी केस नंबर 31/2022 में की गई, जो पीएफआई और उसके नेताओं और कैडरों की हिंसक और गैरकानूनी गतिविधियों में संलिप्तता से संबंधित है, जो पटना के फुलवारी शरीफ इलाके में इसी उद्देश्य से इकट्ठे हुए थे। हालांकि, एनआईए के अधिकारी इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं।
मामला शुरू में 12 जुलाई, 2022 को फुलवारी शरीफ पुलिस स्टेशन में एफआईआर के रूप में दर्ज किया गया था और पिछले साल 22 जुलाई को एनआईए द्वारा फिर से दर्ज किया गया था।