First Period: पहले पीरियड्स के लिए अपनी लाडली को ऐसे करें तैयार !

क्या आपकी भी बेटी बड़ी हो रही है क्या आपको भी उसके पहले पीरियड्स की चिंता है क्योंकि हर मां को अपनी बेटी के पहले पीरियड्स को लेकर ये चिंता रहती है कि उनकी बेटी का पहला पीरियड तकलीफ भरा न हो।तो बेहतर यही है कि आप एक ऐक्शन प्लान बना लें ताकि आपकी बेटी तो इसके लिए तैयार रहे ही, साथ में आप भी तैयार हो जाएं।

First Period: पहले पीरियड्स के लिए अपनी लाडली को ऐसे करें तैयार !

First Period:क्या आपकी भी बेटी बड़ी हो रही है क्या आपको भी उसके पहले पीरियड्स की चिंता है क्योंकि हर मां को अपनी बेटी के पहले पीरियड्स को लेकर ये चिंता रहती है कि उनकी बेटी का पहला पीरियड तकलीफ भरा न हो।तो बेहतर यही है कि आप एक ऐक्शन प्लान बना लें ताकि आपकी बेटी तो इसके लिए तैयार रहे ही, साथ में आप भी तैयार हो जाएं। बेटी को उसके पहले पीरियड्स के लिए तैयार करना वैसे तो कोई मुश्किल बात नहीं है...क्योंकि मोबाइल और सोशल मीडिया ने सबकुछ आसान कर दिया है..लेकिन बावजूद इसके आप अपनी बेटी से इस विषय में ज्यादा से ज्यादा बात करें और सही जानकारी दें। 

बेटी को कंफर्ट लेवल दें

आजकल ज्यादातर लड़कियों को 9 से 11 साल की उम्र तक पीरियड शुरू हो जाते हैं। ऐसे में सबसे पहले आप अपनी बेटी से बात करने के लिए उसे कंफर्ट लेवल जरूर दें। क्योंकि हो सकता है कि वो इस विषय पर आप से बात करने में खुद को सहज महसूस न कर पाए। इसलिये उससे दोस्त की तरह बात करें। यह सही है कि पीरियड्स पर बात करने के लिए बेटी बहुत छोटी है और संभव है कि यह सब उसके लिए एक शॉक की तरह हो, ऐसे में उसको समझाने के साथ-साथ उसे समझना भी जरूरी है। अगर बेटी के मन में पीरियड्स को लेकर सवाल हैं तो उसके सवालों को टालें नहीं बल्कि उनके जवाब दें। 

पीरियड्स में देरी हो तो डॉक्टर से सलाह लें

9 से 16 साल तक की उम्र तक कभी भी पीरियड्स आना नॉर्मल है, लेकिन अगर ऐसा लगे कि पीरियड्स आने में देरी हो रही है तो डॉक्टर से एक बार जरूर सलाह लें। पीरियड्स के पहले दिन से लेकर दूसरे पीरियड्स के पहले दिन के बीच गैप का साइकल आमतौर पर 25-35 दिन के बीच होता है। बेटी को ये बेसिक जानकारी दें और साथ ही बताएं कि पीरियड्स के शुरुआती कुछ सालों में ब्लड का रंग हल्का लाल, गहरा या काला हो सकता है और पीरियड्स 4-7 दिन तक रह सकता है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। कुछ समय तक पीरियड्स साइकल रेग्युलर नहीं होगा और इसे सेट होने में कुछ समय लग सकता है। हाइजीन का कैसे ध्यान रखना है ये भी उसे समझाएं। 
वहीं पहले पीरियड्स के दौरान किस तरह की डायट लेनी है ये भी काफी महत्वपूण है। 

प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ का करें सेवन

बेटी के डाइट में प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ मूंग की दाल जरूर शामिल करें। लेकिन उड़द की दाल का परहेज करें क्यूंकि पीरियड्स के दौरान डाइजेस्टिव सिस्टम धीमा हो जाता है। इसके अलावा प्रोटीन के अन्य स्रोत जैसे दूध, दही पनीर, मछली, अंडे को डाइट में जरूर शमिल करें।

डायट में शामिल करें हरी पत्तेदार सब्जियां

अपनी बेटी की डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करना बिलकुल न भूले। पीरियड्स के दौरान इसे खाने पर शरीर को कई तरह के विटामिन और मिनरल्स मिलते हैं। 

आयरन युक्त भोजन करें

पीरियड्स के वक्त पहले से ही हमारे शरीर में खून की कमी आ सकती है। इसीलिये बॉडी में आयरन की जरूरत बढ़ जाती है, इसलिए अपने डाइट में भरपूर मात्रा में आयरन युक्त खाना जैसे अंडे, बाजरा, काले चने, सोया, जैसी चीजें  शामिल करें। 

फल और हाइड्रेशन 

पीरियड्स में हुए ब्लड लॉस को पूरा करने के लिए अनार, चुकुंदर जैसे फलों को डायट में शामिल करें। खान पान के साथ ही हाइड्रेट रहना काफी जरूरी होता है, इसीलिए अधिक मात्रा में पानी भी पिएं।

जंक फूट से करें परहेज 

बच्चों को जंक फूड काफी पसंद होता है, लेकिन पीरियड के वक्त अपनी बेटी को जंक फूड खाने से मना करें। इसके साथ ही घर पर भी ज्यादा मसालेदार या तला भुना बनाने से परहेज करें। दरअसल पीरियड्स के दौरान हमारा डाइजेस्टिव सिस्टम सारी चीजों को पचा नहीं पता है। इसीलिए पीरियड्स में हमेशा हेल्थी फूड ही अपनी बेटी को खिलाए और उसका भरपूर ध्यान रखें। इन बातों का ध्यान रखकर आप अपनी बेटी के पहले पीरियड्स को काफी आसान बना सकती हैं।