Mumbai Toofan News: मुंबई में तेज आंधी तूफान औऱ बारिश ने मचाया कोहराम, घाटकोपर में बिलबोर्ड गिरने से 35 लोग जख्मी
मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई मेें सोमवार को धूल भरी तेज आंधी आई। इससे दृश्यता काफी कम हो गई। मुंबई हवाई अड्डे को भी बंद करना पड़ा। वहीं घाटकोपर में बिलबोर्ड गिरने से 35 लोगों के जख्मी होने की खबर सामने आ रही है।
Mumbai Toofan News: मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई मेें सोमवार को धूल भरी तेज आंधी आई। इससे दृश्यता काफी कम हो गई। मुंबई हवाई अड्डे को भी बंद करना पड़ा। दोपहर बाद तीन बजे के आसपास तेज हवाओं के साथ आई धूल भरी आंधी ने कुछ ही मिनटों में लगभग पूरे शहर को अपनी चपेट में ले लिया। इससे दृश्यता कम हो गई। वहीं घाटकोपर में बिलबोर्ड गिरने से 35 लोगों के जख्मी होने की खबर सामने आ रही है। तेज हवा और खराब दृश्यता के कारण छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर विमानों का संचालन भी प्रभावित हुआ।
तेज हवाओं से गिरा बिलबोर्ड, 35 लोग जख्मी
वहीं घाटकोपर में बिलबोर्ड गिरने से 35 लोगों के जख्मी होने की खबर सामने आ रही है साथ ही 100 से ज्यादा लोगों के फंसने की खबर है। बीएमसी के अफसरों ने बताया कि घायलों को इलाज के लिए हॉस्पिटल भेज दिया है। बता दें कि अचानक आये इस तूफान से मुंबई एयरपोर्ट पर ऑपरेशन पर भी काफी असर पड़ा। कई नेशनल और इंटरनेशनल फ्लाइट को डायवर्ट किया गया, वहीं कुछ के समय में बदलाव किया गया। उधर, मेट्रो, लोकल रेल सर्विस भी प्रभावित हुई। हालांकि, दो घंटे बाद फिर से सेवाएं शुरू हो गईं।
तेज हवाओं और बारिश ने बदला मौसम का मिजाज
इस दौरान आसमान में काले बादल छा गए और हल्की वर्षा हुई। इससे तापमान में काफी गिरावट आई और दृश्यता में भी सुधार हुआ। लगभग एक घंटे बाद स्थिति सामान्य हुई।मुंबई में दुर्लभ धूल भरी आंधी चलनेे के कारणों का तुरंत पता नहीं चल पाया है, लेकिन मौसम विभाग ने इसके शुरू होने से कुछ देर पहले ही गरज और बिजली के साथ तूफान का अलर्ट जारी किया था। बृहन्मुंबई नगर निगम ने मुंबई में तूफान की ताजा चेतावनी जारी की है और शाम के बाद मुंबई के कुछ हिस्सों में 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग पुणे के प्रमुख के.एस. होसालिकर ने कहा कि अगले कुछ घंटों में मुंबई के अलावा ठाणे, रायगढ़, पालघर, अहमदनगर, पुणे और सतारा में मध्यम से तेज तूफान आएगा। कई लोगों ने शिकायत की कि आंधी से उनके घर, दुकान, कार्यालय और अन्य स्थान धूल की मोटी परतों से ढक गए। दरवाजे और खिड़कियां उड़ गईं।