Lok Sabha Speaker Election: देश में पहली बार लोकसभा स्पीकर का होगा चुनाव, बिरला के सामने कांग्रेस ने के. सुरेश को बनाया उम्मीदवार

लोकसभा स्पीकर को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नहीं बन पाई है। अब लोकसभा स्पीकर पद के लिए चुनाव होगा। केंद्र सरकार की ओर से ओम बिरला ने आज नामांकन दाखिल कर दिया है। वहीं विपक्ष की ओर से कांग्रेस के सांसद के. सुरेश ने लोकसभा स्पीकर पद के लिए नामांकन दाखिल किया है।

Lok Sabha Speaker Election: देश में पहली बार लोकसभा स्पीकर का होगा चुनाव, बिरला के सामने कांग्रेस ने के. सुरेश को बनाया उम्मीदवार

Lok Sabha Speaker Election: 18वीं लोकसभा के पहले सत्र का आज 25 जून को दूसरा दिन है। आज राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) समेत 281 सांसद संसद सदस्य के रूप में शपथ लेंगे। वहीं लोकसभा स्पीकर को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नहीं बन पाई है। अब लोकसभा स्पीकर पद के लिए चुनाव होगा। केंद्र सरकार की ओर से ओम बिरला (Om Birla) ने आज नामांकन दाखिल कर दिया है। वहीं विपक्ष की ओर से कांग्रेस के सांसद के. सुरेश (Of. Suresh) ने लोकसभा स्पीकर पद के लिए नामांकन दाखिल किया है। देश के इतिहास में पहली बार स्पीकर पद के लिए चुनाव होगा। कल यानी 26 जून को सदन में स्पीकर पद के लिए मतदान होगा।

ओम बिरला ने पीएम मोदी से की मुलाकात 

दरअसल, नई सरकार के गठन के बाद लोकसभा में सरकार और विपक्ष के बीच यह पहला शक्ति प्रदर्शन है। इससे पहले, मंगलवार को तेजी से चले राजनीतिक घटनाक्रम में सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP) ने सहयोगी दलों के साथ विचार-विमर्श के बाद लोकसभा के नए अध्यक्ष के उम्मीदवार के तौर पर ओम बिरला का नाम फाइनल किया। आज लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही ओम बिरला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। संसद भवन स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय (The Office of the Prime Minister) में यह मुलाकात हुई। इनके अलावा पीएम मोदी (PM Modi) ने अपने कार्यालय में ओम बिरला (Om Birla), अमित शाह (Amit Shah) और जेपी नड्डा (JP Nadda) के साथ उच्चस्तरीय बैठक भी की। 

सदन की कार्यवाही से पहले एनडीए के सांसदों ने की बैठक

लोकसभा के नए अध्यक्ष के उम्मीदवार के नामांकन पत्र को भरने की औपचारिक प्रक्रिया के लिए संसद भवन स्थित राजनाथ सिंह के कार्यकाल में एनडीए नेताओं राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, चिराग पासवान, एचडी कुमारस्वामी, जीतन राम मांझी, अनुप्रिया पटेल और अन्य कई सहयोगी दलों के नेताओं की बैठक हुई। सरकार की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने स्पीकर के पद पर सर्वसम्मति बनाने के लिए विपक्षी दलों से बातचीत की। विपक्षी दलों की तरफ से कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल और डीएमके के वरिष्ठ नेता टीआर बालू ने भी राजनाथ सिंह से मुलाकात की।

विपक्ष का हो डिप्टी स्पीकर

वहीं, विपक्ष डिप्टी स्पीकर के पद की मांग पर अड़ा हुआ है। राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) से मुलाकात के बाद बाहर निकले कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल (Congress leader KC Venugopal) ने कहा कि सरकार डिप्टी स्पीकर पद के लिए बाद में विचार करने की बात कह रही है जबकि वह स्पीकर पद के नामांकन फार्म पर अभी हस्ताक्षर करने को कह रही है। विपक्ष को यह मंजूर नहीं है और वे लोकसभा स्पीकर के लिए अपना उम्मीदवार उतारेंगे। 

राजनाथ सिंह ने खड़गे को किया था फोन- राहुल

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Congress MP Rahul Gandhi) ने कहा कि, कांग्रेस अध्यक्ष के पास स्पीकर के समर्थन के लिए बीजेपी सांसद राजनाथ सिंह का फोन आया था। उन्होंने राजनाथ से कहा कि हम एनडीए के स्पीकर को समर्थन देंगे, लेकिन विपक्ष को डिप्टी स्पीकर का पद मिलना चाहिए। जिसके बाद राजनाथ सिंह ने दोबारा फोन करने की बात कही थी, हालांकि अभी तक कॉल नहीं आया है। 

ओम बिरला इस सांसद के रिकॉर्ड की कर सकते है बराबरी

बता दें कि एनडीए की तरफ से ओम बिरला दोबारा स्पीकर पद के उम्मीदवार हैं। ओम बिरला राजस्थान के कोटा से सांसद हैं और वे 2019 से 2024 तक स्पीकर रह चुके हैं। वहीं अगर कल होने वाले चुनाव में जीतते हैं तो वो बीजेपी के पहले ऐसे सांसद होंगे, जो लगातार दूसरी बार लोकसभा स्पीकर का पद संभालेंगे। यदि वे स्पीकर का चुनाव जीतते है और अपना कार्यकाल पूरा करते है तो वे कांग्रेस के बलराम जाखड़ (Balram Jakhar) के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे। बलराम जाखड़ 1980 से 1985 और 1985 से 1989 तक लगातार दो बार लोकसभा स्पीकर रह चुके हैं। उन्होंने अपने दोनों कार्यकाल पूरे किए थे। इनके अलावा जीएमसी बालयोगी (GMC Balayogi) और पीए संगमा (PA Sangma) जैसे सांसद दो बार लोकसभा अध्यक्ष बन चुके है, लेकिन इन्होंने 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया था। 

कैसे होता है लोकसभा स्पीकर का चुनाव? 

लोकसभा स्पीकर का चुनाव संविधान के अनुच्छेद 93 के अनुसार किया जाता है। सांसद, सदन के दो सांसदों को स्पीकर और डिप्टी स्पीकर चुनते है। लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव से एक दिन पहले सदस्यों को कैंडिडेट्स के समर्थन का नोटिस जमा करना होता है। लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव साधारण बहुमत के जरिए होता है। यानी उस दिन लोकसभा में मौजूद आधे से ज्यादा सांसद जिस उम्मीदवार को वोट देते हैं, वही लोकसभा स्पीकर बनता है। बता दें कि 17वीं लोकसभा के दौरान डिप्टी स्पीकर का पद पूरे कार्यकाल खाली रहा था। वहीं 18वीं लोकसभा के लिए विपक्ष ने डिप्टी स्पीकर पद की मांग की है।