Mukhtar Ansari: मुख्तार अंसारी की विसरा रिपोर्ट में हुई पुष्टि, जहर से नहीं हार्ट अटैक से हुई थी मौत

बांदा जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी की मौत दिल का दौरा पड़ने से ही हुई थी। इस बात की पुष्टि विसरा रिपोर्ट में भी हो गई है। बांदा डीएम ने इससे संबंधित जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है।

Mukhtar Ansari: मुख्तार अंसारी की विसरा रिपोर्ट में हुई पुष्टि, जहर से नहीं हार्ट अटैक से हुई थी मौत

Mukhtar Ansari: बांदा जेल (Banda Jail) में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की मौत दिल का दौरा पड़ने से ही हुई थी। इस बात की पुष्टि विसरा रिपोर्ट (viscera report) में भी हो गई है। बांदा डीएम ने इससे संबंधित जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है।  

बांदा डीएम ने यूपी सरकार को भेजी रिपोर्ट

बांदा डीएम राजेश कुमार (Banda DM Rajesh Kumar) ने करीब 5 महीने तक चली जांच करने के बाद शासन को रिपोर्ट भेजी है। लखनऊ भेजी गई विसरा रिपोर्ट में जहर की पुष्टि नहीं हुई है। सीसीटीवी फुटेज (cctv footage) और बैरक की जांच के अलावा खाने की जांच रिपोर्ट का भी अध्ययन किया गया। इसकी जांच के लिए जेल अधिकारियों और डॉक्टरों समेत 100 से ज्यादा लोगों के बयान दर्ज किए गए। 

जांच में 'स्लो पॉइजनिंग' के आरोप खारिज

जांच में मुख्तार के परिजनों के 'स्लो पॉइजनिंग' के आरोपों को खारिज कर दिया गया है। बांदा जेल में बंद बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की मौत की वजह हार्ट अटैक थी। इससे पहले पोस्टमार्टम और विसरा जांच में किसी भी तरह के जहर की पुष्टि नहीं हुई थी।

जेल प्रशासन पर लगा था धीमा जहर देने का आरोप 

बता दें कि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की 28 मार्च को मौत हो गई थी। इस घटना के बाद परिजनों ने जेल प्रशासन पर 'धीमा जहर' देने का गंभीर आरोप लगाया था। हालांकि, तब भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक से मौत की पुष्टि हुई थी। इसके बाद विसरा जांच के लिए भेजा गया था। 20 अप्रैल को आई विसरा रिपोर्ट में भी जहर की मौजूदगी नहीं पाई गई। 

यूपी सरकार ने दिए थे मजिस्ट्रेट जांच के आदेश 

वहीं, यूपी सरकार ने 29 मार्च को मुख्तार अंसारी की हत्या की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए थे। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने कहा था कि तीन सदस्यीय समिति मौत की जांच करेगी। इस मामले को लेकर मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी (Omar Ansari) ने दावा किया था कि उसके पिता को जेल में धीमा जहर दिया गया था।

जेल के खाने में जहर देने का लगाया था आरोप

इस तरह का दावा मुख्तार अंसारी के भाई और गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी (Ghazipur MP Afzal Ansari) ने भी किया था। मौत से पहले मुख्तार अंसारी ने भी बाराबंकी कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। जिसमें आरोप लगाया गया था कि जेल में परोसे जा रहे खाने में जहरीला पदार्थ मिलाकर दिया जा रहा है। अंसारी ने दावा किया था कि 19 मार्च को खाना खाने के बाद उसके नसों और अंगों में दर्द होने लगा था।