Sandeshkhali Case: संदेशखाली मामले पर टीएमसी का बड़ा दावा, कहा- चुनावों में फ़ायदा उठाने के लिए बीजेपी ने रची साजिश
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली मामले को लेकर टीएमसी ने एक बड़ा दावा किया है। टीएमसी ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। टीएमसी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले राज्य को बदनाम करने के लिए बीजेपी ने पूरी साजिश रची थी।
Sandeshkhali Case: पश्चिम बंगाल (West Bengal) के संदेशखाली मामले को लेकर टीएमसी (TMC) ने एक बड़ा दावा किया है। टीएमसी ने बीजेपी (BJP) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। टीएमसी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले राज्य को बदनाम करने के लिए बीजेपी ने पूरी साजिश रची थी। इस मामले में टीएमसी नेताओं को फंसाने के लिए संदेशखाली की ग्रामीण महिलाओं को पैसे दिए गए थे, ताकि लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को इसका लाभ मिल सके।
टीएमसी ने शेयर किया स्टिंग वीडियो
टीएमसी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक वीडियो शेयर किया है। ये वीडियो बीजेपी मंडल अध्यक्ष गंगाधर कायल के स्टिंग का बताया जा रहा है। इसे लेकर टीएमसी ने दावा किया है कि बीजेपी विधायक सुवेंदु अधिकारी (Sandeshkhali MabiJP MLA Suvendu Adhikari Male) ने शाहजहां शेख (Shahjahan Sheikh) सहित उनके 3 नेताओं पर यौन उत्पीड़न के झूठे आरोप लगवाए। स्टिंग वीडियो में बीजेपी नेता ने कहा कि सुवेंदु ने बीजेपी नेताओं से स्थानीय महिलाओं को उकसाने के लिए कहा था और बीजेपी नेता शुभंदे अधिकारी ने ही संदेशखाली की पूरी साज़िश रची थी। इसके साथ ही उन्होंने वीडियो में बताया कि सुवेंदु ने कहा था कि टीएमसी के मजबूत नेताओं को तब तक गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, जब तक कि उन्हें बलात्कार के झूठे आरोप में नहीं फंसाया जाएगा। वीडियो के मुताबिक, टीएमसी नेताओं को फंसाने के लिए जिन महिलाओं के साथ बलात्कार नहीं हुआ, उन्हें पीड़ित के रूप में पेश किया गया। इसके साथ ही बीजेपी नेता सुवेंदु ने संदेशखाली के एक घर में खुद बंदूकें रखवाई थीं, जिसे बाद में सीबीआई ने जब्ती के रूप में बताया था।
बीजेपी ने ख़ारिज किये टीएमसी के सभी आरोप
वहीं, बीजेपी ने टीएमसी के सभी आरोपों को ख़ारिज किया है। बीजेपी का कहना है कि टीएमसी की ओर से जारी ये वीडियो फ़ेक है और इसके एडिट किया गया है। इसके साथ ही बीजेपी ने कहा कि, संदेशखाली की ग्रामीण गरीब महिलाओं को अपमानित करने के लिए ऐसा किया गया है।
गंगाधर कायल ने दी अपनी सफाई
स्टिंग आपरेशन के वीडियो पर बीजेपी मंडल अध्यक्ष गंगाधर कायल (BJP Mandal President Gangadhar Kayal) ने अपनी सफाई दी है। उन्होंने इस वीडियो को लेकर सीबीआई डायरेक्टर को पत्र लिखा है। उन्होंने अपने में लिखा कि कथित स्टिंग वीडियो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए बनाया गया है। उन्होंने आगे कहा कि मुझे यूट्यूब पर विलियम्स नाम के एक चैनल से अपलोड किया गया एक वीडियो मिला है। इसमें एआई की मदद से मेरे चेहरे और आवाज का प्रयोग किय गया है। ताकि संदेशखाली घटना के खिलाफ लोगों को गुमराह किया जा सके।
संदेशखाली की कहानी बीजेपी ने लिखी- ममता
वहीं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्टिंग वीडियो को लेकर कहा कि, मैं काफी पहले से कह रही हूं कि संदेशखाली की पूरी घटना पहले ही रची गई थी। अब ये सच सामने आ गया है। ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने नादिया के चकदह में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी ने संदेशखाली की पूरी कहानी लिखी थी। उन्होंने सत्ता की चाहत में हमारी मां-बहनों की इज्जत आपरू बेच दी।
संदेशखाली की घटना फेक है- अभिषेक बनर्जी
ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के भतीजे और टीएमसी (TMC) के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (National General Secretary Abhishek Banerjee) ने कहा कि, संदेशखाली की घटना फेक है। आज इस वीडियो के जरिए संदेशखाली केस की सच्चाई सिर्फ बंगाल ही नहीं, पूरे देश में सामने आ गई है। अभिषेक ने आग कहा कि, संदेशखाली मामले में शिकायत करने वाली रेखा पात्रा ने भी इस वीडियो में कहा है कि मेरे साथ कुछ नहीं हुआ, मुझे साइन करने के लिए कहा गया था तो मैंने कर दिया।
स्पाई कैमरे से बनाया गया वीडियो
दरअसल, गंगाधर कोयल नाम के एक व्यक्ति का 32 मिनट लंबा एक वीडियो सामने आया है। यह वीडियो एक स्पाई कैमरे से बनाया गया है। वीडियो में उन्हें यह बताते हुए रिकॉर्ड किया गया है कि कैसे शुभेंदु अधिकारी ने बीजेपी पदाधिकारियों को टीएमसी के मज़बूत नेताओं को फंसाने और उन्हें गिरफ़्तार करवाने की साजिश रची थी, ताकि पार्टी टीएमसी के गढ़ में मज़बूती से लड़ाई लड़ सके। वीडियो में दो अज्ञात व्यक्तियों से बात करते हुए गंगाधर कहते हैं कि मुझसे महिलाओं को रेप की शिकायत दर्ज कराने के लिए राज़ी करने को कहा गया था और मैंने ऐसा ही किया। महिलाओं ने कभी मना नहीं किया। महिलाओं ने वही किया, जो उनसे करने को कहा गया था।