Maluk Nagar : बसपा को लगा तगड़ा झटका, बिजनौर सांसद मलूक नागर ने छोड़ी पार्टी, RLD में हुए शामिल
लोकसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, वहीं इन सब के बीच बहुजन समाज पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। यूपी के बिजनौर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी सांसद मलूक नागर ने बसपा का साथ छोड़ दिया है। उन्होंने इसको लेकर एक चिट्ठी भी जारी की है।
Maluk Nagar : लोकसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, वहीं इन सब के बीच बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party) को तगड़ा झटका लगा है। यूपी के बिजनौर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी सांसद मलूक नागर ने बसपा का साथ छोड़ दिया है। उन्होंने इसको लेकर एक चिट्ठी भी जारी की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि बड़ी मजबूरी में पार्टी छोड़नी पड़ रही है। वह जयंत चौधरी की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो गए हैं।
मौजूदा हालातों और राजनीतिक माहौल को देखकर, आज मैं, मेरे बड़े भाई श्री लखीराम नागर, (पूर्व मंत्री, उ.प्र. सरकार), मेरी धर्मपत्नी श्रीमती सुधा नागर, (पूर्व ज़िला पंचायत अध्यक्ष) हम सभी, बहुजन समाज पार्टी को छोड़ रहे है।
आपका,
मलूक नागर, सांसद
बिजनौर लोकसभा
उत्तर प्रदेश pic.twitter.com/tjeQUlUo3M — Malook Nagar (@MalookNagar_MP) April 11, 2024
मलूक नागर ने दो पन्ने की लिखी चिट्ठी
मलूक नागर ने आज अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर 2 पन्नों की चिट्ठी शेयर की। उन्होंने लोगों से कहा कि आगे की रणनीति बतायेंगे। राजनीति संभावना का खेल है। पार्टी छोड़ते हुए मलूक नागर ने दो पन्ने की चिट्ठी लिखी है। जिसमें उन्होंने कहा है कि हमारे परिवार में करीब पिछले 39 वर्षों से लगातार काँग्रेस व बसपा द्वारा कई बार ब्लॉक प्रमुख व कई बार चेयरमैन जिला परिषद अध्यक्ष जिला पंचायत व कई बार विधायक (M.L.A./M.L.C) व उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री व देश में सांसद लगातार रहते आ रहे हैं, इस करीब 39 वर्षों में पहली बार ऐसा हुआ है कि हम विधायक भी नहीं लड़ पाए व सांसद भी नहीं लड़ पाए।
बसपा में रहते हुए देखें कई तरह के उतार चढ़ाव
मलूक ने आगे लिखा- हमने दिसंबर 2006 में आपके आशीर्वाद से बसपा पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी, आपके आशीर्वाद से हम कई पदों पर रहे, इसके लिए हम हमेशा आपके आभारी रहेंगे, हमारे परिवार की राजनीतिक हैसियत और सामाजिक हैसियत या देश स्तर पर पहचान वाला कोई भी व्यक्ति नहीं जो हमारे जितना लंबा समय के लिए बसपा पार्टी में रहा हो, उसे कुछ सालों में बसपा पार्टी द्वारा निकाल दिया गया या वह खुद बसपा पार्टी छोड़कर चला जाता हैं. मैं दावे से कर सकता हूं कि बसपा पार्टी में मैं व मेरे परिवार को इतने लंबे समय तक कई बार उतार-चढ़ाव देखने के बाद भी बसपा पार्टी में ही रहे।