Jal Board Scam : केजरीवाल ED के खिलाफ दायर करेंगे मानहानि का केस, जांच एजेंसी को बताया BJP का मुखपत्र
केजरीवाल ने कहा कि वो ED के खिलाफ पार्टी को बदनाम करने के लिए मानहानि का केस दायर करेंगे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय के उनपर लगाए जल बोर्ड घोटाले को झूठा ठहराया है। इसी के साथ केजरीवाल ने कहा कि वो ED के खिलाफ पार्टी को बदनाम करने के लिए मानहानि का केस दायर करेंगे। गौरतलब हो कि कल बुधवार 7 फरवरी को राऊज एवेन्यू कोर्ट ने 17 फरवरी को कोर्ट के सामने पेश होने के लिए कहा है। दरअसल ED ने 3 फरवरी को केजरीवाल के खिलाफ 5 समन पर पेश न होने को लेकर कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी।
आप के नेताओं का इससे कोई लेना देना नहीं
AAP ने अधिकारिक बयान में कहा कि अगर यह सच साबित होता है कि दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों या उसके ठेकेदारों ने किसी भी तरह का गलत काम किया है तो हम इसके सख्त खिलाफ हैं। हम ईडी के इस सरासर झूठे आरोप की भी निंदा करते हैं कि AAP या उसके नेताओं का इस मामले से कोई लेना-देना है। जिन आप नेताओं के घर पर मंगलवार 6 फरवरी को ईडी ने छापेमारी की, उनके पास से एक भी पैसा या सबूत बरामद नहीं हुआ है।
क्या है जल बोर्ड घोटाला
जल बोर्ड घोटाले में दिल्ली जल बोर्ड के तत्कालीन चीफ इंजीनियर जगदीश अरोड़ा ने यह बात जानते हुए भी कि कंपनी टेक्निकल एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा नहीं करती है, 38 करोड़ रुपये के ठेके एमएस एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर को दिए थे। इसी के साथ जगदीश अरोड़ा ने ही रिश्वत का पैसा आगे आम आदमी पार्टी से जुड़े लोगों तक पहुंचाया। इसी मामले में 31 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय ने मुख्य इंजीनियर जगदीश कुमार अरोड़ा और ठेकेदार अनिल कुमार अग्रवाल को गिरफ्तार किया था।
केजरीवाल के पर्सनल सेक्रेटरी के घर पड़ा था छापा
गौरतलब हो कि 6 फरवरी को ईडी ने केजरीवाल के पर्सनल सेक्रेटरी बिभव कुमार और आम आदमी पार्टी के सांसद एनडी तिवारी के घर और ऑफिस समेत 10 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसी के बाद कल 7 फरवरी को ईडी ने प्रेस रिलीज करके आरोप लगाया था कि इंवेस्टिगेशन और डिजिटल सबूतों से पता चला है कि दिल्ली जल बोर्ड घोटाले का पैसा AAP नेताओं को दिया गया। यह पैसा पार्टी के इलेक्शन फंड के लिए भी दिया गया।
ED को बताया BJP का मुखपत्र
इसी के साथ AAP ने कहा कि मोदी सरकार हिटलर की विचारधारा में विश्वास करती है। यदि आप एक झूठ को हजार बार दोहराते हैं तो लोग उस पर विश्वास करना शुरू कर देंगे। पिछले 10 सालों में मोदी सरकार और उनकी ED और CBI जैसी एजेंसियों ने AAP नेताओं के खिलाफ 230 से ज्यादा मामले दर्ज किए हैं। फिर भी अदालतों में एक भी साबित नहीं हुआ। बिना किसी सबूत के एक बार फिर आम आदमी पार्टी का नाम लेकर ED ने साबित कर दिया है कि वह कुछ और नहीं बल्कि भाजपा का मुखपत्र है।