Infertility: क्या आप भी इनफर्टिलिटी के हैं शिकार, ये 5 सुपरफूड फर्टिलिटी बढ़ाने में करेंगे मदद

इनफर्टिलिटी को हम बांझपन भी कहते हैं, जिनसे सिर्फ महिलाएं ही नहीं बल्कि पुरुष भी परेशान है। प्रजनन संबंधी इन समस्याओं की मुख्य वजह हमारी खराब जीवनशैली होती है।

Infertility: क्या आप भी इनफर्टिलिटी के हैं शिकार, ये 5 सुपरफूड फर्टिलिटी बढ़ाने में करेंगे मदद

Infertility: बिजी लाइफस्टाइल (lifestyle) और बिगड़ती रूटीन हमारी सेहत पर बुरा असर डाल रही है। हम समय से पहले ही कई ऐसी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं जिसके लिए कभी कहा जाता था कि इंसान जब एक उम्र में पहुंच जाता है तो इस तरह की बीमारिया होती हैं। फिर चाहे वो हार्ट डिसीज हो, डायबिटीज हो या फिर कोई और बीमारी। इन बीमारियों के अलावा भी एक ऐसी समस्या है जिसका लोग शिकार हो रहे हैं...और वो है इनफर्टिलिटी (infertility) जिससे आज कई कपल्स परेशान हैं। प्रजनन संबंधी इन समस्याओं की मुख्य वजह हमारी खराब जीवनशैली होती है। ऐसे में इन फूड्स की मदद से आप अपनी फर्टिलिटी बढ़ा सकते हैं।

इनफर्टिलिटी को हम बांझपन भी कहते हैं, जिनसे सिर्फ महिलाएं ही नहीं बल्कि पुरुष भी परेशान है। प्रजनन संबंधी इन समस्याओं की मुख्य वजह हमारी खराब जीवनशैली होती है। आज हम बताएंगे ऐसी पांच सुपरफूड्स के बारे में जो बड़े काम की है। ये सुपरफूड्स पुरुषों औऱ महिलाओं में फर्टिलिटी बढ़ाने में मदद करती है।

हरी पत्तेदार सब्जियां

अगर हम अपनी रूटीन में हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करें तो ये फर्टिलिटी बढाने में काफी मददगार साबित होती है। हरी पत्तेदार सब्जियां फोलिक एसिड और विटामिन सी जैसे दो जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। यह दोनों ही ओव्यूलेशन प्रोसेस में मदद करते हैं। हरी सब्जियों को खाने से गर्भपात यानी मिस्कैरिज का खतरा कम होता है। इतना ही नहीं पुरुषों के लिए भी हरी सब्जियां काफी फायदेमंद होती हैं, यह अच्छी क्वालिटी वाले स्पर्म बनाने में मदद करती हैं।

नट्स और ड्राई फ्रूट्स हैं मददगार

फर्टिलिटी बढ़ाने में नट्स और ड्राई फ्रूट्स भी काफी मददगार साबित होते हैं।  इनमें कई सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं। सिर्फ मुट्ठी भर नट्स और ड्राई फ्रूट्स से शरीर में प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स की पूर्ति की जा सकती है।  ड्राई फ्रूट्स में अखरोट, अंडों में क्रोमोसोमल डैमेज को कम करता है और प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है, क्योंकि इसमें बहुत भारी मात्रा में सेलेनियम पाया जाता है।

क्विनोआ

क्विनोआ, फाइबर से भरपूर होते हैं। जो प्लांट-बेस्ड प्रोटीन कंसीव करने की संभावनाओं में सुधार करते हैं। इससे न सिर्फ पीडियड साइकिल कंट्रोल में होता है बल्कि यह ब्लड शुगर के लेवल को भी स्थिर करता है।

कद्दू के बीज

कद्दू के बीज को जिंक का एक बढ़िया सोर्स माना गया है, जो टेस्टोस्टेरोन, वीर्य यानी सीमन के लेवल को बढ़ाने और मैच्योर सेल्स का प्रोडक्शन करने में मदद करते हैं। ये बीज सभी रिप्रोडक्टिव ऑर्गन में सही ब्लड फ्लो को भी रेगुलेट कर सकते हैं।

केले

अगर हम अपनी रूटीन में केले को शामिल करें तो ये हमारी सेहत को तो दुरुस्त रखता ही है साथ ही इसमें मौजूद विटामिन बी6, विटामिन सी और पोटैशियम की अच्छी खासी मात्रा ओव्यूलेशन प्रोसेस, अंडे और शुक्राणु की गुणवत्ता सुधारने में मदद करते हैं। ऐसे में अगर आप कंसीव करने की कोशिश कर रहे हैं, तो केले को डाइट में जरूर शामिल करें। ये काफी मददगार साबित हो सकता है।