IPL: झारखंड के पहले आदिवासी प्लेयर रॉबिन मिंज को गुजरात टाइटन्स ने खरीदा

झारखंड के नक्सलवाद प्रभावित गुमला जिले के एक छोटे से गांव के एक आदिवासी परिवार का 21 वर्षीय रॉबिन मिंज आईपीएल के मिनी ऑक्शन के बाद चर्चा में है। रॉबिन मिंज को गुजरात टाइटन्स ने 3 करोड़ 60 लाख रुपए में खरीदा है।

IPL: झारखंड के पहले आदिवासी प्लेयर रॉबिन मिंज को गुजरात टाइटन्स ने खरीदा

IPL: झारखंड के नक्सलवाद प्रभावित गुमला जिले के एक छोटे से गांव के एक आदिवासी परिवार का 21 वर्षीय रॉबिन मिंज (Robin Minz) आईपीएल के मिनी ऑक्शन (IPL mini auction) के बाद चर्चा में है। रॉबिन मिंज को गुजरात टाइटन्स (Gujarat Titans) ने 3 करोड़ 60 लाख रुपए में खरीदा है। वह झारखंड के पहले आदिवासी प्लेयर हैं, जिसे इंटरनेशनल लेवल क्रिकेट लीग (International Level Cricket League) खेलने का मौका मिला है। रॉबिन पिछले सात सालों से रांची में रहकर क्रिकेट खेल रहा है। 

झारखंड के एक छोटे से गांव में रहता है मिंज का परिवार

बता दें कि 19 दिसंबर के पहले रॉबिन मिंज को रांची में भी गिने-चुने लोग ही जानते थे, लेकिन अब उनका नाम इस शहर-राज्य के क्रिकेट प्रेमियों की जुबां पर है। छह-सात साल की उम्र से क्रिकेट खेल रहे रॉबिन के पिता फ्रांसिस जेवियर मिंज एक्स आर्मी मैन हैं, जो आजकल रांची स्थित बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर बतौर गार्ड तैनात हैं। मिंज का पूरा परिवार गुमला के रायडीह प्रखंड के एक छोटे से गांव सिलम पांदनटोली में रहता है। गांव में रहने वाले उनके भाई-भाभी और परिवार की माली हालत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके घर में एक अदद टीवी तक नहीं है।

‘क्रिकेट को लेकर रॉबिन में बचपन से ही था जुनून’

रॉबिन के भाई प्रकाश मिंज ने बताया कि, उसके भीतर बचपन से ही क्रिकेट को लेकर जुनून था। घर में मां चूल्हे में जो लकड़ियां जलाती थीं, उन्हें बुझाकर रॉबिन बैट बनाता था और क्रिकेट खेलने गांव के मैदान में चला जाता था। जिसके बाद क्रिकेट में उसकी लगन देख पिता ने रॉबिन को लकड़ी का बैट थमाया था। बाद में वह उसे रांची ले गए, जहां उसने क्रिकेट कोचिंग ली। 10वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद उसने खुद को पूरी तरह क्रिकेट को समर्पित कर दिया। इस साल की शुरुआत में जुलाई में मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के यूके दौरे के लिए उसकी तलाश की गई थी।