Hamas on Israel war: इजरायल पर हमास के हमले की भारतीय और अमेरिकी नेताओं ने की निंदा
भारतीय और अमेरिकी नेताओं ने इजरायल का मजबूती से समर्थन करने के साथ ही फिलिस्तीनी हमास आतंकवादी समूह द्वारा किए गए आतंकी हमले की निंदा की है। अमेरिका ने कहा है कि 'इजरायल पर हमला अमेरिका पर हमला है।
Hamas on Israel war: इजरायल और हमास के बीच छिड़ी जंग का आज तीसरा दिन है। दोनों ओर से लगातार हमला जारी हैं। इस जंग की शुरुआत हमास के आतंकियों ने की थी जिसके बाद इजरायल ने जबरदस्त पलटवार किया। इस बीच भारतीय और अमेरिकी नेताओं ने इजरायल का मजबूती से समर्थन करने के साथ ही फिलिस्तीनी हमास आतंकवादी समूह द्वारा किए गए आतंकी हमले की निंदा की है। अमेरिका ने कहा है कि 'इजरायल पर हमला अमेरिका पर हमला है।
फ़िलिस्तीनी आतंकवादियों ने 7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़राइल पर हमला किया। हमास के लड़ाके सीमा पार कर गए और गाजा से रॉकेट दागे। हमास के हमले में सैकड़ों लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। इसके बाद इज़राइल ने हमास द्वारा नियंत्रित गाजा पट्टी पर जवाबी हमले किए और घोषणा की कि इज़राइल अब युद्ध में है।
दक्षिण कैरोलिना के पूर्व गवर्नर और रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार निक्की हेली (nikki haley) ने एक्स पर लिखा कि यह सिर्फ इजरायल पर हमला नहीं है, यह अमेरिका पर हमला था। उन्होंने जो किया है उसकी सजा उन्हें भुगतनी पड़ेगी।
कांग्रेसी श्री थानेदार (congressman shri thanedar) ने एक्स पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा कि वह हमास के इस हालिया हमले की निंदा करने में इजरायली लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। थानेदार ने कहा कि मैं यहूदी लोगों और इजराइल राज्य के खिलाफ इन हिंसक हमलों की निंदा करता हूं। निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने वाली सोची-समझी आक्रामकता दिल दहला देने वाली है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। अमेरिका इजराइल के साथ मजबूती से खड़ा है। उन्होंने कांग्रेस से आग्रह किया कि जब तक खतरे का समाधान नहीं हो जाता और सुरक्षा बहाल नहीं हो जाती, तब तक वह इजराइल के पीछे लामबंद हो।
कांग्रेसी रो खन्ना ने हमास द्वारा इजरायली महिलाओं और बच्चों के खिलाफ किए गए अपराधों को अमानवीय और भयावह बताया। खन्ना ने एक्स पर लिखा, पीड़ितों के लिए मेरा दिल टूट गया है और मैं इस अंधेरे पल में इज़राइल के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा हूं। रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और बायोटेक उद्यमी, विवेक रामास्वामी ने कहा कि अमेरिका को इज़राइल में हमलों को एक चेतावनी के रूप में इस्तेमाल करना चाहिए और अपनी सीमाओं को मजबूत करना चाहिए।
रामास्वामी ने लिखा, इसराइल पर हमले से अमेरिका के लिए मुख्य सबक यह है कि हम 'अपनी' सीमाओं की रक्षा करने में लापरवाह नहीं हो सकते। अगर यह वहां हो सकता है, तो यह यहां भी हो सकता है। हमारी अपनी सीमा अभी लगभग पूरी तरह से असुरक्षित है। अमेरिका की उत्तरी सीमा आक्रमण के लिए पूरी तरह से खुली है।
हमारे अपने विदेश नीति प्रतिष्ठान ने दूर की विदेशी प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित किया है, जबकि हमें सीमा रक्षा, साइबर और सुपर-ईएमपी रक्षा, परमाणु मिसाइल रक्षा और अंतरिक्ष-आधारित सुरक्षा पर बुरी तरह कमजोर छोड़ दिया है। हम इसे नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते हैं और इसका उपयोग करना चाहिए रामास्वामी ने कहा, ''इजरायल पर हमला हमारे घर में खतरे की घंटी है।''
इस बीच, अमेरिकी सरकार को संदेह है कि राज्य सचिव एंटनी ब्लिंकन (Secretary of State Antony Blinken) के अनुसार, हमलों के बाद इज़राइल में मारे गए या बंधक बनाए गए लोगों में कई अमेरिकी शामिल हो सकते हैं।
ब्लिंकन ने बताया, हमारे पास रिपोर्ट है कि मृतकों में कई अमेरिकी भी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह रिपोर्टों और कहानियों की पुष्टि कर रहे हैं कि कुछ को बंधक बना लिया गया है।
वहीं एक इजरायली सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि गाजा पट्टी में बड़ी संख्या में इजरायली नागरिकों और सैनिकों को बंधक बना लिया गया था। कुछ मृत मान लिए जाने के साथ यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि कुछ अमेरिकी नागरिक या तो मारे गए होंगे या हमास द्वारा बंधक बना लिए गए होंगे।
ब्लिंकन ने कहा कि हमास द्वारा इजरायल के खिलाफ अभूतपूर्व हमला शुरू करने के बाद विदेशों में लापता और मृत अमेरिकियों की रिपोर्टों को सत्यापित करने के लिए अमेरिका ओवरटाइम काम कर रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक, आज जंग के तीसरे दिन अब तक 700 इजराइलियों की मौत हुई है। वहीं हमास पर इजराइल की जवाबी कार्रवाई में 500 फिलिस्तीनी मारे गए हैं वहीं 2000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।