Indian-American presidential candidates: विवेक रामास्वामी ने एक सप्ताह में 40 से अधिक प्रचार अभियानों में लिया भाग

भारतीय-अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने पिछले सप्ताह 42 प्रचार अभियानों में भाग लिया, जो 2024 के किसी भी अन्य उम्मीदवार से अधिक है।

Indian-American presidential candidates: विवेक रामास्वामी ने एक सप्ताह में 40 से अधिक प्रचार अभियानों में लिया भाग

Indian-American presidential candidates: भारतीय-अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने पिछले सप्ताह 42 प्रचार अभियानों में भाग लिया, जो 2024 के किसी भी अन्य उम्मीदवार से अधिक है।यूएसए टुडे अखबार के अनुसार, 38 वर्षीय बायोटेक उद्यमी को उम्मीद है कि वह इस सप्ताह 38 आयोजनों में भाग लेंगे। 

शुक्रवार को आयोवा में एक अभियान के दौरान उन्‍होंने कहा कि उनके अभियान के दौरान जुट रही भीड़ उन्‍हें इसके लिए प्रेरित करती है। लगभग 630 मिलियन डॉलर की संपत्ति वाले येल लॉ स्कूल के स्नातक ने कहा कि कठोर पर‍िश्रम उन्‍होंने अपने माता-पिता से सीखा है। उन्होंने यूएसए टुडे से कहा," कठोर पर‍िश्रम से आप हर कामयाबी हासिल कर सकते हैं।"

रामास्वामी के कार्यक्रम में आराम के लिए कोई जगह नहीं

पिछले साल की शुरुआत में रामास्वामी के साथ स्ट्राइव एसेट मैनेजमेंट कंपनी की -स्थापना करने वाले एनसन फ्रेरिक्सकी ने यूएसए टुडे को बताया कि रामास्वामी के कार्यक्रम में आराम के लिए कोई समय नहीं है। हाई स्कूल के समय से ही रामास्वामी को जानने वाले फ्रेरिक्स ने कहा वह हर समय काम करते रहते हैं।

रामास्वामी रोज 16 घंटे करते हैं काम

फ्रेरिक्स ने कहा, रामास्वामी ने प्रति दिन 16 घंटे काम किया और यह कार्य संस्कृति पूरे संगठन में व्‍याप्‍त हो गई है। वह रियलक्लीयर पॉलिटिक्स के सर्वेक्षणों के एकत्रीकरण में राष्ट्रीय स्तर पर चौथे स्थान पर चल रहे हैं, जो रिपब्लिकन प्राइमरी में उन्हें पांच प्रतिशत समर्थन के साथ दिखाता है।

जो हमें चुनते हैं उन लोगों से अलग नहीं रहना

न्यू हैम्पशायर राज्य प्राइमरी में, रियलक्लीयर पॉलिटिक्स उन्हें सात प्रतिशत के साथ पांचवें स्थान पर रखती है। उन्होंने यूएसए टुडे को बताया, "मुझे विश्वास है कि निर्वाचित होने का यह सही तरीका होगा, उन लोगों से अलग नहीं रहना, जो हमें चुनते हैं, बल्कि कई मायनों में, उन लोगों के प्रति उत्तरदायी होना चाहिए, जिनका हम प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।" उन्होंने कहा, "मैं एक मठवासी मेगा डोनर रिट्रीट बनने के बजाय राज्य भर में इन कॉकसगोअर्स और पिज़्ज़ा रेंच के साथ समय बिताना पसंद करूंगा।"