Halal Certificate: हलाल काउंसिल आफ इंडिया के चार सदस्य गिरफ्तार, अवैध तरीके से दे रहे थे प्रमाण पत्र

यूपी एसटीएफ ने Halal Certificate जारी करने के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। STF ने हलाल काउंसिल आफ इंडिया के चार सदस्यों को अरेस्ट किया है। आरोप है कि ये लोग विभिन्न कंपनियों से अवैध वसूली कर रहे थे।

Halal Certificate: हलाल काउंसिल आफ इंडिया के चार सदस्य गिरफ्तार, अवैध तरीके से दे रहे थे प्रमाण पत्र

Halal Certificate: UP STF यूपी एसटीएफ ने Halal Certificate जारी करने के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। STF ने हलाल काउंसिल आफ इंडिया (Halal Council of India) के चार सदस्यों को अरेस्ट किया है। आरोप है कि ये लोग विभिन्न कंपनियों से अवैध वसूली कर रहे थे। जबकि हलाल काउंसिल किसी तरह के सर्टिफिकेट जारी करने के लिए सरकार से अधीकृत नहीं है। वे प्रोडेक्ट के सैम्पल की जांच किये बिना ही हलाल होने का Certificate जारी कर देते है। STF ने हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया मुंबई (Mumbai) के अध्यक्ष, महासचिव और कोषाध्यक्ष सहित चार पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया है। 

STF के सवालों का सही जवाब नहीं दे पाए काउंसिल सदस्य

यूपी STF ने काउंसिल के चार सदस्यों को नोटिस देकर लखनऊ कार्यालय (Lucknow Office) बुलाया था। पूछताछ के दौरान ये STF के सवालों का सही जवाब नहीं दे पाए। जिससे ये बात सामने आई कि काउंसिल अवैध रूप से मीट और अन्य खाद्य पदार्थों को हलाल सर्टिफिकेट (Halal Certificate) जारी कर रहे थे। यही नहीं, ये प्रोडक्ट की बिना जांच-पड़ताल किये ही सर्टिफिकेट जारी कर रहे थे। STF ने आरोप तय होने पर चारों को गिरफ्तार कर लिया। ये सभी आरोपी मुंबई के ही रहने वाले है। सभी हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य हैं। पूछताछ के गिरफ्तार किए गए चार लोगों की पहचान हबीब यूसुफ पटेल, मौलाना मुदस्सिर, अनवर खान और मोहम्मद ताहिर के रूप में हुई है।

STF के लखनऊ दफ्तर पहुंचे थे चारों आरोपी

दरअसल, पिछले साल नवंबर में उत्तर प्रदेश में हलाल प्रोडक्ट का प्रमाण पत्र (Halal product certificate) जारी करने का मुद्दा उठा था। वो कौन लोग है जो प्रोडक्ट को हलाल होने का प्रमाण दे रहे है। इसके पीछे कहीं अवैध फंडिंग तो नहीं की जा रही है। जिसके बाद योगी सरकार ने राज्य में हलाल के नाम पर बेचे जा रहे उत्पादों के उत्पादन बिक्री, और भंडारण पर रोक लगा दी थी। इसे लेकर 16 नवंबर 2023 को लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में केस दर्ज कराया गया। FIR में 4 कंपनियों पर हलाल सर्टिफिकेट जारी करने का आरोप लगाया है। 

 देश के तीन राज्यों में चल रही हैं  ये चार कंपनिया

ये चारों कंपनिया देश के तीन राज्यों में चल रही हैं। इनमें पहली- हलाल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड चेन्नई (Halal India Private Limited Chennai), दूसरी- जमीयत उलेमा हिंद ट्रस्ट दिल्ली (Jamiat Ulema Hind Trust Delhi), तीसरी- हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया मुंबई (Halal Council of India Mumbai) और चौथी- जमीयत उलेमा मुंबई (Jamiat Ulema Mumbai) शामिल हैं। फिर इस मामले की जांच STF को सौंपी गई। 20 नवंबर 2023 को STF ने मामले की जांच शुरू कि। इस दौरान STF ने हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया, मुंबई के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, कोषाध्यक्ष को नोटिस जारी कर लखनऊ बुलाया। ये सभी 12 फरवरी को पूछताछ के लिए एसटीएफ के लखनऊ दफ्तर पहुंचे। इस दौरान उन पर लगे आरोप साबित होने पर एसटीएफ ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। 

एक सर्टिफिकेट के लिए लेते हैं 11 हजार रुपए

STF की पूछताछ में सामने आया कि हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया अवैध रूप से हलाल सर्टिफिकेट जारी कर रहे थे। ये मीट और अन्य खाद्य पदार्थों को लेकर प्रमाण पत्र देते है। इसके लिए काउंसिल हर साल कंपनियों से रुपए ले रही थी। सर्टिफिकेट के लिए 10 हजार रुपए और प्रति प्रोडक्ट पर 1 हजार रुपए लिया जाता था। यही नहीं, वे सर्टिफिकेट जारी करने के लिए किसी भी प्रोडक्ट का लैब टेस्ट नहीं करवाते थे। यहां तक किसी भी प्रोडक्ट का सैंपल भी, जांच के लिए नहीं लिया जाता था।