Draupadi Murmu:कोलकाता रेप-मर्डर केस में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिया अपना पहला बयान, कोलकाता में हुई वारदात से देश सकते में है

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर केस को लेकर आज पहली बार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बयान दिया है। मंगलवार को ‘विमेंस सेफ्टी: इनफ इज इनफ’ नाम के एक आर्टिकल को लेकर राष्ट्रपति मुर्मू ने PTI के एडिटर्स से चर्चा में कई बातों का जिक्र किया।

Draupadi Murmu:कोलकाता रेप-मर्डर केस में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिया अपना पहला बयान, कोलकाता में हुई वारदात से देश सकते में है

Draupadi Murmu: कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर केस को लेकर आज पहली बार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू(President Draupadi Murmu) ने बयान दिया है। मंगलवार को ‘विमेंस सेफ्टी: इनफ इज इनफ('Women's Safety: Enough is enough')’ नाम के एक आर्टिकल को लेकर राष्ट्रपति मुर्मू ने PTI के एडिटर्स से चर्चा में कई बातों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कोई भी सभ्य समाज अपनी बेटियों और बहनों पर इस तरह की अत्याचारों की इजाजत नहीं दे सकता। 

कोलकाता में हुई वारदात से देश सकते में है- राष्ट्रपति मुर्मू

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अर्टिकल में लिखा की, मैंने कोलकाता में हुई वारदात के बारें में सुना तो मैं भयभीत हुई और साथ ही मुझे निराशा भी हुई। वहीं सबसे ज्यादा दुख की बात यह है कि यह घटना अकेली घटना नहीं है। यह महिलाओं के खिलाफ अपराध का एक हिस्सा है। जब डॉक्टर्स और नागरिक कोलकाता में प्रदर्शन कर रहे थे, तो अपराधी दूसरी जगहों पर अपना शिकार खोज रहे थे। कोई भी सभ्य समाज अपनी बेटियों और बहनों पर इस तरह की अत्याचारों की इजाजत नहीं दे सकता। देश के लोगों का गुस्सा जायज है, मैं भी गुस्से में हूं।

पिछले साल 2023 में महिला दिवस(women's day) के मौके पर मैंने एक न्यूजपेपर आर्टिकल के जरिए अपने विचार और उम्मीदें साझा की थीं। महिलाओं को सशक्त करने की हमारी पिछली उपलब्धियों को लेकर मैं सकारात्मक हूं। मैं खुद को भारत में महिला सशक्तिकरण की इस शानदार यात्रा का एक उदाहरण मानती हूं। 
लेकिन, जब भी मैं देश के किसी कोने में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के बारे में सुनती हूं तो इससे मुझे गहरी पीड़ा होती है। 

राष्ट्रपति बोलीं- पीड़ितों की याद को सम्मान देंगे

राष्ट्रपति ने कहा- हमें मिलकर सामना करने की जरूरत है, ताकि इसे शुरुआत में ही खत्म कर दिया जाए। हम ऐसा तभी कर पाएंगे, जब हम पीड़ितों की याद को सम्मान देंगे। समाज पीड़ितों को याद करने की एक संस्कृति तैयार करें ताकि हमें याद रहे कि हम कहां चूके थे और इसे याद रखकर हम भविष्य में चौकन्ने रहें। 

निर्भया कांड के बाद भी समाज में कोई बदलाव नहीं 

राष्ट्रपति ने आगे कहा कि,अक्सर खराब मानसिकता वाले लोग महिलाओं को अपने से कम समझते हैं। वे महिलाओं को कम शक्तिशाली, कम सक्षम, कम बुद्धिमान के रूप में देखते हैं। इससे पहले निर्भया कांड(nirbhaya case) हुआ था इसके बाद भी 12 सालों में रेप की अनगिनत घटनाओं को समाज ने भुला दिया है। समाज की भूलने की यह सामूहिक आदत शर्मसार है। इतिहास का सामना करने से डरने वाला समाज ही चीजों को भूलने का सहारा लेता है।