Bihar school holiday 2023: बिहार सरकार ने भारी विरोध के चलते स्कूलों में छुट्टी कटौती के आदेश को लिया वापस

Bihar school holiday 2023: सरकारी स्कूलों में छुट्टियों में कटौती के भारी विरोध के बाद सरकार ने कटौती के आदेश को सोमवार को वापस ले लिया। इससे पहले शिक्षा विभाग ने इस साल सितंबर से लेकर दिसंबर महीने के बीच पड़ने वाली छुट्टियों को 23 से घटाकर 11 कर दिया था।

Bihar school holiday 2023: बिहार सरकार ने भारी विरोध के चलते स्कूलों में छुट्टी कटौती के आदेश को लिया वापस

Bihar school holiday 2023: सरकारी स्कूलों (government schools in bihar) में छुट्टियों में कटौती के भारी विरोध के बाद सरकार (Bihar Government) ने कटौती के आदेश को सोमवार को वापस ले लिया। शिक्षा विभाग (education Department) ने राज्य के सरकारी स्कूलों में पहले से घोषित अवकाशों की जगह रक्षा बंधन समेत कई छुट्टियों को खत्म करने संबंधी अपने आदेश को रद्द कर दिया।

विरोध को देखते हुए वापस लिया आदेश

बिहार में इस साल स्कूलों की बची हुई छुट्टियाों में कटौती को लेकर बिहार सरकार को भारी विरोध का सामना करना पड़ा जिसके बाद सरकार ने कटौती के आदेश को वापस ले लिया। शिक्षा विभाग (Bihar Education Board) ने राज्य के सरकारी स्कूलों में रक्षा बंधन सहित 23 छुट्टियों को घटाकर 11 करने के अपने आदेश को रद्द कर दिया। सोमवार को बिहार शिक्षा विभाग (Bihar Education Department) ने आदेश जारी करते हुए कहा कि 29 अगस्त को प्रारंभिक, माध्यमिक(Board of Secondary Education) और उच्च माध्यमिक स्कूलों में छुट्टियां संबंधित आदेश को निरस्त किया जाता है। बतादें कि शिक्षा विभाग ने 29 अगस्त को आदेश जारी कर रक्षा बंधन, तीज, जन्माष्टमी और जीतिया जैसे पर्व की छुट्टियां रद्द करते हुए कई छुट्टियों में कटौती कर दी थी।

भाजपा और शिक्षक संघ ने किया था विरोध

शिक्षा विभाग के इस आदेश के खिलाफ भाजपा (Bharatiya Janata Party) के साथ-साथ शिक्षक संघ (Bihar Teachers Association) ने इसका काफी विरोध किया था। शिक्षा विभाग ने कहा था कि स्कूलों में अधिक से अधिक पढ़ाई हो, इसके लिए अवकाश में संशोधन किया गया है। 29 अगस्त को शिक्षा विभाग ने संशोधित छुट्टी की सूची जारी की थी, जिसके तहत सितंबर से दिसंबर तक पड़ने वाली 23 छुट्टियों के घटाकर 11 कर दिया गया था।

शिक्षा विभाग की ओर से दी गई थी सफाई

शिक्षा विभाग (Education Department) की ओर से छुट्टियों में कटौती को लेकर दलील देते हुए कहा था कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 (right to education act 2009) के तहत प्राथमिक विद्यालयों में कम-से-कम 200 दिन और छठी से आठवीं तक के स्कूलों में कम से कम 220 दिन का कार्यदिवस होना जरूरी है। , ऐसा न होने पर बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। इसलिए वर्ष 2023 के शेष अवकाशों में यह बदलाव किया गया था।

सीएम नितीश कुमार ने पहले आदेश को सही ठहराया था

मुख्यमंत्री नितीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने भी दो दिन पहले इस आदेश को उचित ठहराते हुए कहा था, ''कोई पढ़ना चाहता है, इसमें कहां कोई बुराई है। हमलोग यही चाहते हैं कि सबकोई पढ़े तो इसी को लेकर ये सब चीज़ें हो रही हैं। इसमें कोई गलत बात कहां है।'' उन्होंने कहा था, ''अधिकारी और विभाग जो उचित समझते हैं, फैसला लेते हैं। इसमें क्या गलत है। हमको आश्चर्य होता है कि इस पर विवाद क्‍यों हो रहा है। हम तो चाहते हैं कि पढ़ाई समय पर होती रहे। उन्होंने आगे यह भी कहा कि किसी को कोई शिकायत है तो हमसे आकर मिले।''