मिलिंद देवड़ा के अलावा 2019 से लेकर अब तक 10 बड़े कांग्रेस नेताओं ने दिया है इस्तीफा

देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस आगामी लोक सभा के चुनाव की तैयारी में जुटी है, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गाँधी मणिपुर से मुंबई तक की भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं लेकिन इसी बीच राहुल गाँधी के करीबी नेता मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है|  

मिलिंद देवड़ा के अलावा  2019 से लेकर अब तक 10 बड़े कांग्रेस नेताओं ने दिया है इस्तीफा

देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस आगामी लोक सभा के चुनाव की तैयारी में जुटी है, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गाँधी मणिपुर से मुंबई तक की भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं लेकिन इसी बीच राहुल गाँधी के करीबी नेता मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है|  

आम चुनाव से ठीक पहले मिलिंद देवड़ा जैसे बड़े नेता का पार्टी को छोड़ना कांग्रेस के लिए बुरी खबर है। मिलिंद देवड़ा कांग्रेस छोड़कर जाने वाले अकेले नेता नहीं हैं, हाल में ही कई कांग्रेस नेताओं ने पार्टी से खुद को अलग कर लिया| बीते कुछ साल में मिलिंद समेत 11 बड़े नेता अपना मुंह मोड़ चुके हैं।

2019 से लेकर अब तक 11 बड़े कांग्रेस नेताओं ने दिया है इस्तीफा

मिलिंद देवड़ा ने रविवार को सोशल मीडिया पर कांग्रेस से इस्तीफा देने का एलान किया और कहा कि कांग्रेस से उनके 55 साल के रिश्ते ख़त्म हुए, देवड़ा ने इसके बाद शिवसेना (शिंदे) जुट कि सदस्यता ले ली| देवड़ा इंडिया गंठबंधन में कांग्रेस के महाराष्ट्र में रुख से नाराज़ चल रहे थे| देवड़ा 2004 और 2009 में कांग्रेस के टिकट पर दक्षिण मुंबई से सांसद रह चुके हैं| मिलिंद कि गिनती राहुल गाँधी की युवा टीम के सक्रिय सदस्य के तौर पर होती थी जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, सचिन पायलट शामिल थे| इस युवा टीम में से आज केवल सचिन पायलट हो कांग्रेस में बचे हैं|      

कांग्रेस सरकार में पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल इस सूची में दूसरे नंबर पर आते हैं। 16 मई 2022 को कपिल सिब्बल ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था इसके बाद समाजवादी पार्टी की तरफ से राज्यसभा सांसद के तौर पर नामांकन भरा था।

कांग्रेस के ही दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद ने 2022 में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। सोनिया गांधी चाहती थीं कि कांग्रेस जम्मू कश्मीर में आजाद के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़े। इसलिए उन्हें चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। गुलाम नबी आजाद ने पद मिलने के कुछ घंटों के बाद ही स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया था। बाद में उन्होंने अब जम्मू-कश्मीर में डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के नाम से अपना दल बना लिया।

गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने मई 2022 में कांग्रेस छोड़ दी थी। राहुल गांधी हार्दिक को 2019 में पार्टी में लेकर आए थे। हार्दिक पटेल ने अपने त्याग पत्र में लिखा था कि पार्टी के ज्यादातर बड़े नेता अपने फोन में ही व्यस्त रहते हैं। बाद में हार्दिक भाजपा में शामिल हो गए थे|

पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार ने पंजाब चुनाव से कुछ दिन पहले फरवरी 2022 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था।  अश्वनी कुमार यूपीए सरकार के दौरान केंद्रीय कानून मंत्री रह चुके हैं। 

इसके बाद सुनील जाखड़ आते हैं जिन्होंने कांग्रेस से अपना त्यागपत्र दिया, 2022 में तत्कालीन पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की आलोचना करने के लिए नेतृत्व द्वारा कारण बताओ नोटिस मिलने के बाद पार्टी छोड़ दी थी।  पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह ने भी जनवरी 2022 को कांग्रेस छोड़ दी थी और बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे। आरपीएन सिंह पूर्वी यूपी के प्रभावशाली नेताओं में शुमार हैं|

कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका लगा ज्योतिरादित्य सिंधिया के जाने से, सिंधिया ने 2020 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था, वो कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे, सिंधिया मौजूदा समय में मोदी सरकार में बेहद अहम् भूमिका में हैं| जितिन प्रसाद भी राहुल गांधी के बेहद करीबी माने जाते थे लेकिन साल 2021 में कांग्रेस छोड़ दी थी, जितिन भाजपा में भाजपा में शामिल हो गए और योगी सरकार में मंत्री हैं |

गुजरात कांग्रेस के पूर्व विधायक अल्पेश ठाकोर ने जुलाई 2019 में दो राज्यसभा सीटों के लिए उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ मतदान करने के बाद पार्टी छोड़ दी थी। पिछले साल हुए चुनाव में अल्पेश गांधीनगर दक्षिण से जीत हासिल की थी। कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने पिछले साल जनवरी में पार्टी छोड़ दी थी और अगले महीने भाजपा में शामिल हो गए थे।