Padma Award 2024: 132 हस्तियों को पद्म अवॉर्ड से सम्मानित करने का ऐलान, जानिए, पद्म पुरस्कार का इतिहास
भारत सरकार ने गणतंत्र दिवस के एक दिन पहले पद्म पुरस्कारों की घोषणा की। इस साल 132 दिग्गजों को पद्म पुरस्कारों से नवाजे जाने का फैसला लिया गया है।
Padma Award 2024: भारत सरकार ने गणतंत्र दिवस के एक दिन पहले पद्म पुरस्कारों की घोषणा की। इस साल 132 दिग्गजों को पद्म पुरस्कारों से नवाजे जाने का फैसला लिया गया है। 132 हस्तियों में से 5 को पद्म विभूषण, 17 हस्तियों को पद्म भूषण और 110 लोगों को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा।
पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, हिंदी सिनेमा की मशहूर अदाकारा वैजयंतीमाला, प्रसिद्ध नृत्यांगना पद्मा सुब्रमण्यम, साउथ फिल्मों के एक्टर चिरंजीवी और बिंदेश्वर पाठक (मरणोपरांत) को पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा। वहीं, बॉलीवुड एक्टर मिथुन चक्रवर्ती, उषा उथुप, फातिमा बीबी (मरणोपरांत), उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक को पद्म भूषण देने का ऐलान किया जाएगा।
वहीं खेल जगत की बात करें तो फेमस टेनिस खिलाड़ी रोहित बोपन्ना को पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा वहीं भारत की पहली महिला महावत पार्वती बरुआ को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित जाएगा। झारखंड के जाशपुर जिले के आदिवासी कल्याण कार्यकर्ता जगेश्वर यादव को भी पद्मश्री सम्मान से नवाजा जाएगा।
पद्म पुरस्कारों से सम्मानित हस्तियों की लिस्ट
क्रमांक नाम क्षेत्र राज्य/क्षेत्र/देश
1 श्रीमती विजया माला बाली कला तमिलनाडु
2 श्री कोनिदेला चिरंजीवी कला आंध्र प्रदेश
3 श्री एम. वेंकैया नायडू सार्वजनिक कार्य आंध्र प्रदेश
4 श्री बंधेश्वर पाठक सामाजिक कार्य बिहार
5 श्रीमती पद्मा सुब्रमण्यम कला तमिलनाडु
पद्म पुरस्कारों से सम्मानित हस्तियों की लिस्ट
पद्म पुरस्कार से क्यों किया जाता है सम्मानित
पद्म पुरस्कार देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मानों में से एक है। पद्म पुरस्कार की तीन कैटेगरी होती है। पहला पद्म विभूषण, दूसरा पद्म भूषण और तीसरा पद्म श्री। ये अवॉर्ड कला, समाज सेवा, सार्वजनिक मामलों, विज्ञान और इंजीनियरिंग, कारोबार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल और सिविल सेवा जैसे कई अलग-अलग क्षेत्रों में दिये जाते हैं।
किन उपलब्धियों के लिए दिया जाता है पद्म पुरस्कार?
- पद्म विभूषण- असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है।
- पद्म भूषण- उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है।
- पद्म श्री - किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है।
पद्म पुरस्कारों का इतिहास
पद्म पुरस्कार देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक माना जाता है। इसकी शुरुआत साल 1954 से हो गई थी। साल 1954 से हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर इन पुरस्कारों की घोषणा की जाती है। पद्म पुरस्कार कला, साहित्य और शिक्षा, खेल, मेडिसिन, सामाजिक कार्य, विज्ञान समेत कई क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियां हासिल करने वाले और विशेष काम करने वालों को दिये जाते हैं।
भारत सरकार की वेबसाइट padmaawards.gov.in पर दी गई जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार 1954 से भारत रत्न और पद्म विभूषण पुरस्कार दे रही है। पद्म विभूषण में पहले तीन वर्ग थे- पहला वर्ग, दूसरा वर्ग और तीसरा वर्ग। बाद में पद्म पुरस्कारों के इन वर्गों के नाम बदल दिये गए और 8 जनवरी 1955 को एक नोटिफिकेशन जारी की गई। जिसके बाद इन वर्गों का नाम पहला वर्ग की जगह पद्म विभूषण, दूसरा वर्ग- पद्म भूषण और तीसरा वर्ग का नाम बदल कर पद्म श्री कर दिया गया।
पद्म पुरस्कार से सम्मानित हस्तियों को मिलने वाली सुविधाएं
- पद्म पुरस्कारों से हस्तियों को सम्मानित करने के लिए हर साल राष्ट्रपति भवन में पुरस्कार समारोह आयोजित की जाती है।
- पद्म पुरस्कार से सम्मानित हस्तियों को राष्ट्रपति के हस्ताक्षर और सील वाला सर्टिफिकेट और मेडल प्रदान किया जाता है।
- पुरस्कार से सम्मानित हस्तियों को उनके मेडल की एक प्रतिकृति भी दी जाती है, जिसे वो किसी भी समारोह में पहन सकते हैं।
- गृह मंत्रालय के मुताबिक, ये पुरस्कार कोई पदवी नहीं है। इसलिए विजेताओं के नाम के आगे या पीछ इसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। अगर कोई भी सम्मान प्राप्त हस्ती ऐसा करता है तो उससे पुरस्कार वापस लिया जा सकता है।
- इन पुरस्कारों के साथ विजेताओं को कोई नकद पुरस्कार, भत्ता या रेल-हवाई यात्रा में छूट जैसी कोई सुविधा नहीं दी जाती है।