UP DIAL-112 News: लखनऊ के ईको गार्डन में डायल-112 की महिला कर्मी कर रही प्रदर्शन, ADG को हटाया
लखनऊ में बीते सोमवार दोपहर से डायल-112 की लड़कियां धरना प्रदर्शन कर रही है। पहली रात लड़कियों ने 112 के हेडक्वॉटर पर धरना दिया। जिसके बाद मंगलवार सुबह जब वो सीएम ऑफिस जाने लगी तो पुलिस ने बैरिकेडिंग करके रोक दिया।
UP DIAL-112 News: उत्तर प्रदेश पुलिस की आपातकालीन सहायता डायल-112 सेवा में संविदा पर काम कर रहीं महिला कर्मचारी मंगलवार (7 नवंबर) को लखनऊ में मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रही है। लोगों की शिकायतें सुनने वाली डायल-122 की लड़कियों की कोई सुनवाई नहीं हो रही। धरना-प्रदर्शन कर रही लड़कियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जिनमें 5 लड़कियां नामजद, जबकि 150 अज्ञात पर लिखा-पढ़त हुई है।
इको गार्डन में ठंड़ में कपकपाती रही लड़कियां
लखनऊ में बीते सोमवार दोपहर से डायल-112 की लड़कियां धरना प्रदर्शन कर रही है। पहली रात लड़कियों ने 112 के हेडक्वॉटर पर धरना दिया। जिसके बाद मंगलवार सुबह जब वो सीएम ऑफिस जाने लगीं तो पुलिस ने बैरिकेडिंग करके रोक दिया। इतना ही नही प्रदर्शनकारी लड़कियों को खींच-खींचकर वैन में भरा और उन्हें ईको गार्डन ले गए। जहां 200 से ज्यादा लड़कियां फिर से धरने में बैठ गईं। प्रशासन ने ईको गार्डन में पुलिस के साथ पीएसी भी लगा दी है। बता दें कि रात को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय इन लड़कियों से मिलने के लिए ईको गार्डन पहुंचे।
ADG अशोक कुमार को हटाया गया
इस पूरे मामले में, ADG अशोक कुमार को हटा दिया गया है। जिसके बाद अब डायल-112 की जिम्मेदारी नीरा रावत को सौंपी गई है। रावत पहले वीमेन हेल्पलाइन 1090 की ADG रह चुकी हैं। मौजूदा समय वो ADG प्रशासन थीं। वहीं गाजियाबाद में धरने पर बैठी 11 लड़कियों की देर रात कपकपाती ठंड़ में बैठने से तबीयत बिगड़ गई। रात में धरने पर बैठने के लिए उनके पास न तो चादरें थीं और न ही कंबल। रातभर ठंड में वो ऐसे ही बैठी रहीं और ठिठुरती रही। हालांकि अब इन लड़कियों को घर भेज दिया गया है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक यूपी-112 कंट्रोल रूम को मैन पावर उपलब्ध कराने का टेंडर MDSL / टेक महिंद्रा के पास था। उनका कार्यकाल समाप्त होने के बाद 3 नवंबर से इसका पूरा जिम्मा वी विन के पास आ गया। वी विन की नियुक्ति के बाद उन्होने नए सिरे से लड़कियों से काम कराना शुरू किया। जिसको लेकर लड़कियों का कहना है कि उन्हें 12 हजार वेतन मिलता है, जोकि 18 हजार होना चाहिए। साथ ही उनके पास कंपनी का ऑफर लेटर भी नहीं है। उनका कहना है कि साथ ही, महीने में 4 साप्ताहिक और 2 आकस्मिक अवकाश मिलने चाहिए। इन्हीं सभी मांगों को लेकर लड़कियों ने प्रदर्शन शुरू किया।