Kolkata junior doctors strike: कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल का आज तीसरा दिन, कहा- हमारी मांगें गलत नहीं

कोलकाता में अपनी 9 मांगों को लेकर जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल का आज (7 अक्टूबर) तीसरा दिन है। जूनियर डाक्टरों की यह भूख हड़ताल कोलकाता के धर्मतला इलाके में डोरिना क्रॉसिंग पर जारी है। आरजी कर मेडिकल कालेज में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस में न्याय की मांग कर रहे 6 जूनियर डॉक्टरों ने 5 अक्टूबर से अनिश्चितकाल के लिए भूख हड़ताल शुरू की थी।

Kolkata junior doctors strike: कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल का आज तीसरा दिन, कहा- हमारी मांगें गलत नहीं

Kolkata junior doctors hunger strike: कोलकाता (Kolkata) में अपनी 9 मांगों को लेकर जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल का आज (7 अक्टूबर) तीसरा दिन है। जूनियर डाक्टरों की यह भूख हड़ताल कोलकाता के धर्मतला इलाके में डोरिना क्रॉसिंग पर जारी है। आरजी कर मेडिकल कालेज (RG Kar Medical College) में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस (Rape-murder case of trainee doctor) में न्याय की मांग कर रहे 6 जूनियर डॉक्टरों ने 5 अक्टूबर से अनिश्चितकाल के लिए भूख हड़ताल शुरू की थी। आज उनकी भूख हड़ताल का तीसरा दिन है। 

मामले में जल्द से जल्द इंसाफ हो- जूनियर डाक्टर

हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टर डॉ. अकीब ने बताया कि सेशन कोर्ट में आरजी कर केस में सीबीआई की भूमिका बहुत ढीली है। हम चाहते हैं कि इस मामले में जल्द से जल्द इंसाफ हो। कोई भी यह नहीं कह सकता है कि हमारी मांगें गलत हैं।

जूनियर डॉक्टर सेक्रेटरी एनएस निगम (Secretary NS Nigam) को पद से हटाने और स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार के लिए जवाबदेही तय करने समेत अपनी 9 मांगों पर अड़े हुए हैं। जूनियर डॉक्टरों ने बताया कि वे भूख हड़ताल की पारदर्शिता को बनाए रखने के लिए मंच पर सीसीटीवी लगाएंगे, ताकि हर कोई यह देख सके कि वहां क्या हो रहा है? 

ममता सरकार ने 5 में 3 मांगें ही मानी

बता दें कि कोलकाता के जूनियर डॉक्टरों ने रेप-मर्डर घटना के खिलाफ 10 अगस्त से 21 सितंबर तक 42 दिन तक हड़ताल की थी। इस दौरान आंदोलनकारी डॉक्टरों ने सरकार के सामने 5 मांगें रखी थीं। इनमें से सरकार ने केवल 3 मांगें ही मानी थीं। मुख्यमंत्री ममता ने जूनियर डाक्टरों को उनकी दो अन्य मांगों और शर्तों पर विचार करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद डॉक्टरों ने 21 सितंबर को हड़ताल खत्म कर दी थी। वे अस्पतालों में अपने काम पर लौट गए थे। 

हम पर अभी भी हमले हो रहे हैं- डाक्टर

इसके बाद 27 सितंबर को कोलकाता के सागोर दत्ता हॉस्पिटल (Sagar Dutta Hospital, Kolkata) में 3 डॉक्टरों और 3 नर्सों से पिटाई का मामला सामने आया था। जिससे नाराज डॉक्टरों ने 1 अक्टूबर को फिर से हड़ताल शुरू कर दी थी। जूनियर डॉक्टरों ने कहा था कि हमारी सुरक्षा की मांगों को पूरा करने के लिए राज्य सरकार का रवैया पॉजिटिव नहीं लग रहा है। हम पर अभी भी हमले हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता के वादों को पूरा करने का कोई प्रयास होता नहीं दिख रहा है। हमारे पास पूरी तरह काम बंद करने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं बचा है।

ममता सरकार को दिया था 24 घंटे का अल्टीमेटम  

जूनियर डॉक्टरों ने 4 अक्टूबर को हड़ताल वापस ले ली, लेकिन धरना जारी रखा। उन्होंने कहा कि हम काम पर लौट रहे हैं क्योंकि सरकारी अस्पतालों में भारी संख्या में मरीज परेशान हो रहे हैं। हालांकि उन्होंने ममता सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। डॉक्टर कहा था कि इस दौरान किसी को कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि हमने राज्य सरकार को 24 घंटे का वक्त दिया था, लेकिन 24 घंटे बाद हमें केवल धमकियां ही मिलीं। हमें उत्सव में लौटने के लिए कहा जा रहा है, लेकिन हम उस मानसिकता के नहीं हैं।

सरकार होगी जिम्मेदार- डाक्टर

डॉक्टरों ने बताया कि पहले चरण में 6 जूनियर डॉक्टर भूख हड़ताल पर बैठेंगे। मांगें पूरी नहीं होने पर यह भूख हड़ताल अनिश्चितकाल के लिए जारी रहेगी। यदि ऐसे में किसी को कुछ होता है तो, उसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।