Threat to planes: नहीं थम रहा विमानों को धमकी का मामला, अब 85 फ्लाइट्स को मिली धमकी

देशभर में यात्री विमानों को बम से उड़ाने की धमकी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब 85 विमानों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। इन विमानों में एअर इंडिया की 20 फ्लाइट्स शामिल हैं।

Threat to planes: नहीं थम रहा विमानों को धमकी का मामला, अब 85 फ्लाइट्स को मिली धमकी

Threat to planes: देशभर में यात्री विमानों को बम से उड़ाने की धमकी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। गुरूवार को 85 विमानों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। इन विमानों में एअर इंडिया (air india) की 20 फ्लाइट्स शामिल हैं। इसके अलावा इंडिगो (indigo) की 20, विस्तारा (Vistara) की 20 और अकासा (Akasa) की 25 उड़ानें शामिल हैं। 

अब तक 8 FIR दर्ज

पिछले 11 दिनों में ही 255 से अधिक विमानों में बम की धमकियां मिल चुकी हैं। जिनमें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शामिल है। जानकारी के मुताबिक, धमकियों के कारण एविएशन सेक्टर को 600 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की ओर से इन मामलों में अलग-अलग आठ एफआईआर (FIR) दर्ज की गई हैं। दिल्ली से विभिन्न घरेलू और अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए संचालित अकासा, एअर इंडिया, इंडिगो और विस्तारा की फ्लाइट्स को धमकी दी गई हैं। पुलिस ने बताया कि इन मामलों की जांच की जा रही है। 

16 अक्टूबर को सामने आया था पहला मामला 

दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने बताया कि विमानों को धमकी भरे मैसेज एक्स पर मिल थे, जिन्हें बाद में खारिज कर दिया। पहला मामला 16 अक्टूबर को सामने आया था। जिसमें बेंगलुरु जाने वाली अकासा की फ्लाइट को धमकी दी गई थी। एक्स के जरिए मिली बम की धमकी के बाद केस दर्ज किया गया था। इस विमान में 180 से ज्यादा पैसेंजर सवार थे। धमकी के बाद विमान को वापस दिल्ली लौटना पड़ा था। अगले दिन पुलिस ने एक्स को पत्र लिखकर धमकी भरे मैसेज पोस्ट करने वाले अकाउंट की डिटेल मांगी थी।

सख्त कानून बनाने की तैयारी कर रही केंद्र सरकार 

वहीं, दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की साइबर सेल (cyber cell) की कई टीमें सोशल मीडिया पर नजर बनाएं हुए हैं। बीते एक हफ्ते में 170 से ज्यादा उड़ानों को बम की धमकी मिल चुकी है। इस बीच, केंद्र सरकार (Central government) एयरलाइनों को बम की धमकियों से निपटने के लिए कानून बनाने की योजना बना रही है, जिसमें अपराधियों को नो-फ्लाई सूची में डालना भी शामिल है।