Sikkim: सिक्किम में बादल फटने की घटना में अब तक 14 की मौत, सेना के 22 जवान समेत 102 लापता
सिक्किम में बीती मंगलवार देर बादल फटने की घटना में अब तक 14 लोगों की मौत की जानकारी मिली है, जबकि 26 घायल हैं और 102 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं, जिसमें सेना के 22 जवान भी शामिल हैं।
Sikkim News: सिक्किम में बीती मंगलवार देर बादल फटने की घटना में अब तक 14 लोगों की मौत की जानकारी मिली है, जबकि 26 घायल हैं और 102 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं, जिसमें सेना के 22 जवान भी शामिल हैं। उनकी तलाश जारी है। पाक्योंग के जिला मजिस्ट्रेट ताशी चोपेल (District Magistrate Tashi Chopel) ने सभी लापता जवानों की मौत होने की आशंका जताई है।
अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, लापता हो गए सेना के 23 जवानों में से एक को बाद में बचा लिया गया। सिक्किम में चुंगथांग बांध (Chungthang Dam) से पानी छोड़े जाने के बाद हालात और खराब हो गए है। सिक्किम के मुख्य सचिव वी बी पाठक ने बताया कि 3,000 से अधिक पर्यटकों के राज्य में फंसे होने की सूचना मिली है। पाठक ने कहा कि, चुंगथांग में तीस्ता फेज 3 बांध में कार्यरत कई कर्मचारी भी फंसे हुए हैं। राज्य में बिजली गुल है। सैकड़ों गांव मुख्य मार्गों से कट चुके हैं।
राज्य के कुछ इलाकों में दो घंटे में 15 इंच तक बारिश दर्ज की गई। दिखचू, सिंगटम और रांगपो शहर जलमग्न हो गए हैं। चुगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नदी का जलस्तर 15-20 की ऊंचाई तक बढ़ गया। इस कारण नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया और सेना के सार्वजनिक प्रतिष्ठान समेत दर्जनों सार्वजनिक व निजी बुनियादी ढांचे उसकी चपेट में आ गए। बाढ़ की वजह से सिक्किम को देश से जोड़ने वाला नेशनल हाईवे NH-10 भी बह गया।
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सिक्किम सरकार ने इस घटना को आपदा घोषित किया है। उधर, पीएम मोदी (PM MODI) ने सिक्किम के हालात जानने के लिए मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग (Chief Minister Prem Singh Tamang) से बातचीत की और उन्हें हर संभव मदद देने का आश्वासन भी दिया।
उधर, सिक्किम से लगे पश्चिम बंगाल के तीन जिले- जलपाईगुड़ी, कलिमपोन्ग और कूचबिहार में भी बाढ़ जैसे हालात हैं। राज्य के मुख्य सचिव एचके द्विवेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि तीस्ता बैराज से तीन शव बरामद किए गए हैं। जिनकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। इस दौरान राज्य के गवर्नर सीवी आनंदा बोस हालातों का जायजा लेने के लिए गुरुवार सुबह सिलिगुड़ी पहुंचे हैं। बता दें कि इससे पहले सिक्किम में 16 जून को भी बादल फटा था। जिसमें भी कई लोग प्रभावित हुए थे।