UP News: भ्रष्टाचार के खिलाफ सीबीआई का एक्शन, NHAI में NOC के नाम पर रिश्वत मांगने वाले 3 आरोपी गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ सीबीआई एक्शन मोड में है। केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी सीबीआई) ने गुरुवार 4 जुलाई को वाराणसी के परियोजना निदेशक, उप निदेशक के निजी सहायक समेत तीन आरोपियों को लखनऊ से अरेस्ट किया है।
UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भ्रष्टाचार (Corruption) के खिलाफ सीबीआई (CBI) एक्शन मोड में है। केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी सीबीआई ने गुरुवार 4 जुलाई को वाराणसी के परियोजना निदेशक, उप निदेशक के निजी सहायक समेत तीन आरोपियों को लखनऊ (Lucknow) से अरेस्ट किया है। इस सभी पर एनएचएआई (NHAI) में एनओसी (NOC) के नाम पर रिश्वत लेने का आरोप है।
सीबीआई ने 3 आरोपियों को रंगेहाथ दबोचा
वहीं सीबीआई (CBI) की विशेष टीम ने आरोपियों को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए दबोच लिया और इसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई ने सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी। जानकारी के मुताबिक, एनएचएआई, आरओ, वाराणसी के प्रबंधक और कार्यालय सहायक (संविदा कर्मचारी) ने शिकायतकर्ता से 50 हजार रुपये रिश्वत मांगी थी।
व्यवसायी ने पेट्रोल पंप खोलने के लिए किया था आवेदन
दरअसल, वाराणसी के एक व्यवसायी ने परिक्षेत्र में एक पेट्रोल पंप खोलने के लिए आवेदन किया था। इस पर ऑयल कंपनी ने व्यवसायी से सभी विभागों की एनओसी मांगी। व्यवसायी ने पीडब्ल्यूडी, पर्यावरण, एनएचएआई, पुलिस, फायर, राजस्व समेत कई स्थानों पर आवेदन किया और सभी अधिकारियों से पेट्रोल पंप के लिए एनओसी देने की मांग की। इस पर एनएचएआई से आवंटित पेट्रोल पंप के लिए एनओसी जारी करने के लिए शिकायतकर्ता से 1.50 लाख रुपये रिश्वत मांगी गई। व्यापारी ने पहले तो इसका विरोध किया। साथ ही पेट्रोल पंप के लिए औपचारिकताओं को पूरा करने में होने वाले खर्च का हवाला दिया। लेकिन अधिकारी नहीं माने।
व्यापारी की शिकायत पर सीबीआई का एक्शन
इसके बाद व्यापारी ने मामले की शिकायत केंद्रीय भ्रष्टाचार एजेंसी से की। जिसपर एक्शन लेते हुए सीबीआई ने जाल बिछाया और शिकायतकर्ता से फोन करवाया। इसके बाद सीबीआई ने व्यापारी की शिकायत पर प्रबंधक, एनएचएआई, गोरखपुर के खिलाफ रिश्वत मांगने का केस दर्ज किया। जानकारी के मुताबिक, सीबीआई के जांच में पता चला है कि व्यापारी से रिश्वत मांगने वाला आरोपी परियोजना निदेशक, एनएचएआई, गोरखपुर का पीए है।
आरोपियों ने मांगी थी 1.50 लाख की रिश्वत
सीबीआई के मुताबिक, खुद को एनएचएआई का अधिकारी बताने वाले ने 1.50 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। जिसकी पहली किस्त में उसने 50 हजार रुपये देने को कहा। इसके बाद जब पीड़ित व्यापारी रुपये देने पहुंचा तो, सीबीआई ने आरोपियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया।
लखनऊ कोर्ट में पेश किये जाएंगे आरोपी
प्रबंधक, एनएचएआई, आरओ, वाराणसी और कार्यालय सहायक (संविदा कर्मचारी), एनएचएआई, आरओ, वाराणसी को कथित आपराधिक साजिश में शामिल होने के लि पकड़ा है। गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने गोरखपुर, वाराणसी और लखनऊ स्थित तीनों आरोपियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों की तलाशी ली। इस दौरान सीबीआई को कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए है। जानकारी के मुताबिक, अभियुक्तों को आज विशेष न्यायाधीश, सीबीआई कोर्ट की लखनऊ की अदालत में पेश किया जाएगा।