Siddharthnagar Kidnapping: नया मोबाइल खरीदने के लिए 11वीं के छात्र ने रची अपने ही अपहरण की साजिश
छात्र ने अपने परिवार ने फोन कर 20 हजार रुपये की मांग की। पुलिस ने मामले में कार्रवाई कर बच्चे को बस्ती रेलवे स्टेशन से पकड़कर परिवार के हवाले कर दिया।
Siddharthnagar Kidnapping: आज के समय में मोबाइल फोन की हर किसी की जरूरत बन गई है। बड़े, बुजुर्ग और बच्चे सब को अपना अलग मोबाइल चाहिए। इसी के चलते एक 11वीं के छात्र (11th class students) ने अपने ही अपहरण की साजिश रच डाली। छात्र ने अपने परिवार ने फोन कर 20 हजार रुपये की मांग की। पुलिस ने मामले में कार्रवाई कर बच्चे को बस्ती रेलवे स्टेशन (Basti Railway Station) से पकड़कर परिवार के हवाले कर दिया।
सुबह स्कूल के लिए निकला था छात्र
मामला उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar) का है। यहां के गोल्हौरा थाना क्षेत्र के तेलौरा घाट के रहने वाले श्यामसुंदर निषाद का 19 वर्षीय पुत्र कन्हैया निषाद कक्षा 11 का छात्र है। वह राजा रतन सेन इंटर कालेज बांसी में पढ़ता है। बीते 5 अक्टूबर की सुबह वह साइकिल से स्कूल के लिए निकला था। लेकिन शाम तक जब वह स्कूल से घर वापस नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। इस बीच रात करीब 12 बजे उसने अपनी मां को फोन करके अपने अपहरण की जानकारी दी। उसने बताया कि पांच लोगों ने उसका अपहरण कर लिया है और ट्रेन से उसे कहीं ले जा रहे हैं। ये सुनकर परिजनों के होस उड़ गए। अगली सुबह करीब 6 बजे उसका दोबारा फोन आया और उसने कहा कि, उन लोगों ने उसे कानपुर के पास किसी खेत में बने एक मकान में बंद करके रखा है और वो लोग 20 हजार रुपए की मांग कर रहे है।
परिजन ने थाने में दी बेटे के अपहरण की तहरीर
परेशान परिजन थाने पहुंचे और बेटे के अपहरण की तहरीर दी। पुलिस ने उस नंबर को सर्विलांस पर लगाया जिससे परिजनों को फोन आया था। सर्विलांस पर नंबर की लोकेशन बस्ती रेलवे स्टेशन पर मिली। पुलिस तुरंत वहां पहुंच गए और छात्र को पकड़ लिया।
नए फोन के लिए पैसा नहीं दे रहे थे परिजन
पुलिस की पूछताछ में छात्र ने बताया कि वह नया मोबाइल फोन लेना चाहता था, जिसकी कीमत 20 हजार है। लेकिन मोबाइल खरीदने के लिए परिजन पैसा नहीं दे रहे थे। इससे नाराज हो उसने अपने ही अपहरण की साजिश रची। मामले में जानकारी देते हुए गोल्हौरा के थानाध्यक्ष बलजीत राव (Golhaura police station chief Baljeet Rao) ने बताया कि छात्र ने जिस मोबाइल नंबर से परिजनों से बात की थी, उसे जब सर्विलांस पर लगाया गया तो उसकी लोकेशन मिल गई और बस्ती पहुंच कर उसे पकड़ लिया गया।