Terrorist attacks in J&K: जम्मू कश्मीर में आतंकी हमलों के बीच बढ़ाई गई सुरक्षा, LoC पर BSF के साथ सेना भी तैनात
जम्मू कश्मीर में बीते एक महीने से रूक-रूक कर जारी आतंकी हमले के बीच बार्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पाकिस्तान से सटे जम्मू बॉर्डर पर सीमा सुरक्षा बल के साथ ही सेना तैनात की गई है।
Terrorist attacks in J&K: जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) में बीते एक महीने से रूक-रूक कर जारी आतंकी हमले के बीच बार्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पाकिस्तान से सटे जम्मू बॉर्डर (Jammu border adjacent to Pakistan) पर सीमा सुरक्षा बल (Border Security Force) के साथ ही सेना तैनात की गई है। 2020 में चीन के साथ हुए टकराव के बाद, भारतीय जवानों को जम्मू रीजन से हटाकर लद्दाख (Ladakh) में लाइन ऑफ कंट्रोल (line of control) भेज दिया गया था। हालांकि, अभी एलओसी से जवान यहां नहीं लाए जाएंगे, बल्कि जम्मू में आगामी दो-तीन दिन में जवानों की अतिरिक्त तैनाती की जाएगी।
80 किमी के दायरे में जवान तैनात
जम्मू में जो जवान पहले से तैनाथ थे, उन्हें सीमा पर भेज दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक कठुआ के पहाड़ी क्षेत्रों के 80 किलोमीटर दायरे में जवानों को तैनाती मिल गई हैं। इन्होंने नदियों, बरसाती नालों समेत घुसपैठ के पुराने मार्गों को पूरी तरह से अपने कंट्रोल में ले लिया है।
सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने जम्मू में की बैठक
20 जुलाई को जम्मू पुलिस मुख्यालय (Jammu Police Headquarters) में सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी (Army Chief Upendra Dwivedi) की मौजूदगी में हुई बैठक के बाद यह जानकारी सामने आई है। इसके साथ ये भी जानकारी दी गई है कि जम्मू रीजन में जवान बढ़ाने और खुफिया सूचनाओं को फौरन शेयर करने के लिए मल्टी एजेंसी सेंटर को बेहतर किया जा रहा है। बता दें कि घाटी में आतंकवादियों के खात्मे के लिए इंटर कमांड बदलाव कर कमांडो भी तैनात किए जा रहे हैं। यहां वेस्टर्न कमांड (Western Command) से भी सेना के जवाव भेजे गए हैं।
J&K में 500 स्पेशल पैरा कमांडो तैनात
इससे पहले भारतीय सेना ने जम्मू में लगभग 500 पैरा स्पेशल फोर्स कमांडो को तैनात किया है। जानकारी के मुताबिक, जम्मू रीजन में पाकिस्तान के 50-55 आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। ये आतंकी भारत में एक फिर से बड़ा टेरर नेटवर्क एक्टिव करने की फिराक में हैं। इस बीच इंटेलिजेंस इनपुट मिलने के बाद सेना से मोर्चा संभाल लिया है। इसके अलावा इंटेलिजेंस एजेंसियां भी आतंकियों का समर्थन करने वालों को खत्म करने के लिए काम कर रहे हैं।
आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी ने जम्मू में की बैठक
रिपोर्टस के मुताबिक, जम्मू में घुसपैठ कर रहे आतंकी हाई लेवल ट्रेनिंग लेकर आए हैं। उनके पास आधुनिक हथियार और उपकरण भी हैं। सेना इन आतंकियों की तलाश और उन्हें खत्म करने की रणनीति पर काम कर रही है। इस बीच, आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी ने 20 जुलाई को जम्मू में सेना के अधिकारियों के साथ बैठक की।