Election Commission: चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर में की बैठक, क्षेत्रीय और नेशनल पार्टियों के नेता हुए शामिल
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की अध्यक्षता में भारतीय निर्वाचन आयोग की एक उच्चस्तरीय टीम ने गुरुवार को श्रीनगर में विधानसभा चुनाव की तैयारियों समीक्षा बैठक की।
Election Commission: मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ( Chief Election Commissioner Rajeev Kumar) की अध्यक्षता में भारतीय निर्वाचन आयोग (election Commission of India) की एक उच्चस्तरीय टीम ने गुरुवार को श्रीनगर में विधानसभा चुनाव की तैयारियों समीक्षा बैठक की। बैठक में राजनीतिक दलों के नेताओं ने शिरकत की और चुनाव का मुद्दा उठाया।
2018 से राज्य में कोई सरकार नहीं है- नासिर असलम
भारतीय निर्वाचन आयोग (election Commission of India) की बैठक में शिरकत करने के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के वरिष्ठ नेता नासिर असलम वानी ने मीडिया से बात की। उन्होंने बैठक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हमने चुनाव आयोग के सामने जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने का मुद्दा उठाया और उन्हें बताया कि साल 2018 से राज्य में कोई सरकार नहीं है। एलजी और कुछ अधिकारी ही राज्य को चला रहे हैं। यहां काफी परेशानियां हैं और विकास के मुद्दे भी लंबित पड़े हुए हैं। सरकार बनने से ही यहां के लोगों को राहत मिल सकती है। ईसीआई की ओर से भी आश्वासन दिया गया है कि राज्य में चुनाव होंगे।
10 सालों से कश्मीर में चुनाव नहीं हुए हैं- नासिर असलम
नासिर असलम वानी ने कहा कि राज्य में चुनाव कराने के लिए बैठक करना एक स्वागत योग्य कदम है और हमें उम्मीद है कि आज की बातचीत लाभकारी साबित होगी, क्योंकि 10 सालों से कश्मीर में चुनाव नहीं हुए हैं। हमें चुनाव का आश्वासन मिला है, क्योंकि ऐसा कुछ भी नहीं है, जो जम्मू-कश्मीर में सरकार की जगह ले सके।
यहां की जनता परेशानी झेल रही है- गुलाम नबी मोंगा
वहीं, कांग्रेस नेता गुलाम नबी मोंगा (Congress leader Ghulam Nabi Monga) ने कहा कि जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में चुनाव होने चाहिए। पिछले 10 साल से राज्य में कुछ विकास नहीं हुआ है और यहां की जनता परेशानी झेल रही है। राज्य को चलाने के लिए एक सरकार का होना जरूरी है। हमें उम्मीद है कि ये बैठक जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के हित में लाभकारी साबित होगी। उन्होंने कहा कि केवल एक ही विकल्प है और वह है जम्मू-कश्मीर में जल्द से जल्द चुनाव कराना, ताकि लोगों की अपनी आवाज हो और ईसीआई के साथ बैठक उसी दिशा में एक बड़ा कदम है।