Sikhim badh news: बाढ़ में फसे मेघालय के 26 छात्रों को बचाया गया, सीएम ने दी जानकारी
सिक्किम में बाढ़ आने से मेघालय के 26 छात्रों को सकुशल वहां से बाहर निकाल लिया गया है। जिसकी जानकारी सीएम कॉनराड के.संगमा ने दी है। बस को माध्यम से छात्रों को बाढ़ ग्रसित इलाके से निकाला गया।
Sikkim badh news: शुक्रवार को सिक्किम के मेघालय में तकरीबन 26 छात्रों के बाढ में फंसे होने की जानकारी सामने आई। इसकी सूचना होने पर बाढ़ से प्रभावित सिक्किम में फंसे मेघालय के 26 छात्रों को सफलतापूर्वक निकाला गया। बता दें कि सभी छात्रों को शिलांग ले जाया जा रहा हैं। बचाव अभियान में शामिल एक अधिकारी ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि ये 26 छात्रों को पांच वाहनों में सिक्किम के मजीतर से निकालकर शुक्रवार को लगभग आधी रात में पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी पहुंचे। जिसके बाद सिलीगुड़ी से शिलांग तक उनके जाने के लिए एक बस की व्यवस्था की गई।
मेघालय के सीएम ने किया X पर दी जानकारी
छात्रों के सुरक्षित भेजने के बाद मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के.संगमा ( CM Conrad K. Sangma) ने X पर ट्वीट कर बताया कि, 'मेघालय के 26 छात्रों को लेकर एक बस कल शाम सिलीगुड़ी के रास्ते सिक्किम के मजीतर से रवाना हुई, जो कोकराझार को पार कर गई है और शिलांग के रास्ते पर है। हमारे छात्रों को सुरक्षित देखकर खुशी हुई। इस दौरान उन्होंने बताया कि सिक्किम में पढ़ रहे मेघालय के छात्रों ने सिक्किम मे आयी हुई बाढ़ के कारण घर वापस लौटने में सहायता के लिए उनसे संपर्क किया था। उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील पर बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ जाने से सात सैन्यकर्मियों सहित 26 लोग की मौत की खबर सामने आई है। वहीं, 142 लोग लापता बताये जे रहे है। बता दें कि अचानक आई इस बाढ़ में करीब 1,200 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए, वहीं सुरम्य हिमालयी राज्य में 13 पुल भी बह गए है।
A bus with 26 students from Meghalaya left Majitar in Sikkim via Siliguri last evening, has crossed Kokrajhar and is on its way to Shillong. Glad to see our students safe. @AmitShah @PSTamangGolay pic.twitter.com/5XUqNKSByM — Conrad K Sangma (@SangmaConrad) October 7, 2023
सरकार ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
बादल फटने से आयी बाढ़ में फंसे लोगों के लिए मेघालय सरकार ने एक हेल्पलाइन नंबर 1800 345 3644 जारी किया है। जिसपर कॉल कर लोग सहायता प्राप्त कर सकते है। बता दें कि सेना और एनडीआरएफ के नेतृत्व में खोज और बचाव अभियान लगातार जारी है।