SP on Swami's Statement: स्वामी प्रसाद मौर्य के हिंदुत्व पर दिए बयान के बाद सपा में मचा बवाल
स्वामी प्रसाद के बयान को लेकर भाजपा, साधू-संतों और हिंदू समाज के लोगों में काफी रोष है। वहीं दूसरी तरफ खुद समाजवादी पार्टी के अंदर का एक बड़ा तबका खुलकर मौर्य की खिलाफत करने लगा है।
SP on Swami's Statement: स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के हिंदू और हिंदुत्व पर दिए विवादित बयान के बाद अब समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में फूट नजर आने लगी है। दरअसल सपा के नेता ही स्वामी के बयानों पर 2 गुटों में बंट गए हैं। जहां एक ओर सांसद डिंपल (Dimple Yadav) यादव समेत कई दिग्गज नेताओं ने हिंदुत्व पर टिप्पणियों को स्वामी का व्यक्तिगत विचार करार दिया तो वहीं सपा के ही कुछ नेताओं ने स्वामी को बीजेपी का ऐजेंट बताया है।
दो गुटों में बटीं सपा
वैसे तो स्वामी प्रसाद के बयान को लेकर भाजपा, साधू-संतों और हिंदू समाज के लोगों में काफी रोष है। वहीं दूसरी तरफ खुद समाजवादी पार्टी के अंदर का एक बड़ा तबका खुलकर मौर्य की खिलाफत करने लगा है। सपा नेताओं ने तो यहां तक कहा है कि सपा को नुकसान पहुंचाने के लिए मौर्य भाजपा के एजेंट हैं। हालांकि सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का कोई बयान नहीं आया। लेकिन मैनपुरी सांसद डिंपल यादव, सपा नेता पवन पांडेय और सपा प्रवक्ता आईपी सिंह मौर्य ने स्वामी के बयानों से पल्ला झाड़ लिया।
आईपी सिंह ने बेटी पर उठाए सवाल
वहीं सपा नेता पवन पांडेय ने स्वामी को घेरते हुए कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य अनर्गल प्रलाप बंद करें और पहले अपनी बेटी को सुधारें। उनकी बेटी सनातन का झंडा उठाकर घूम रही है वह अनर्गल प्रलाप कर सपा की छवि धूमिल कर रहे हैं।
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अखिलेश यादव कर सकते हैं कार्रवाई
सपा सोर्स का मानना है कि जल्द ही पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ऐसे बयानों को लेकर गाइडलाइन जारी कर सकते हैं। वहीं चर्चा ये भी है कि अखिलेश हिंदुत्व पर बड़ा संदेश देने के लिए लोकसभा चुनाव से पहले कुछ पाबंदियां भी लगा सकते हैं।
हिंदू धर्म पर दिया था विवादित बयान
बता दें कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर हिंदू धर्म को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। दिल्ली में एक कार्यक्रम में स्वामी प्रयाद ने कहा कि हिंदू एक धोखा है। वैसे भी 1995 में माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने अपने आदेश में कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं, जीवन जीने की शैली है।" स्वामी ने आगे कहा, "जिसे हम हिंदू धर्म कहते हैं वह कुछ लोगों के लिए धंधा है।