Road Safety Week 2023: हिट एंड रन मामलों में दूसरे नंबर पर लखनऊ, सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए टेबल टॉप स्पीड़ ब्रेकर लगाएगी सरकार
जिला प्रशासन के स्तर से सड़क सुरक्षा पखवाड़े की मॉनिटरिंग के लिए कार्ययोजना भी तैयार कर ली गई है। इसके अंतर्गत 12 अक्टूबर 2023 को अधिसूचित उत्तर प्रदेश सड़क दुर्घटना जांच योजना-2023 के क्रियान्वयन के लिए प्रत्येक जनपद में तीन या अधिक सड़क दुर्घटना, मृत्यु वाली दुर्घटनाओं की जांच के लिए दुर्घटना जांच समिति एवं जनपद स्तरीय समन्वय समिति का गठन किया जाएगा।
Road Safety Week 2023: हिट एंड रन मामलों में दूसरे नंबर पर लखनऊ, सड़क दुर्घटनाओं (Road Accident in Lucknow) में कमी लाने के लिए टेबल टॉप स्पीड़ ब्रेकर (table top speed breaker) लगाएगी सरकार उत्तर प्रदेश में 15 दिसंबर से सड़क सुरक्षा पखवाड़ा (Road Safety Week) की शुरूआत हो रही है। जिसके तहत प्रदेश में व्यापक स्तर पर तैयारियां चल रही हैं। इसी के तहत जिला प्रशासन के स्तर से सड़क सुरक्षा पखवाड़े की मॉनिटरिंग के लिए कार्ययोजना भी तैयार कर ली गई है। इसके अंतर्गत 12 अक्टूबर 2023 को अधिसूचित उत्तर प्रदेश सड़क दुर्घटना जांच योजना-2023 के क्रियान्वयन के लिए प्रत्येक जनपद में तीन या अधिक सड़क दुर्घटना, मृत्यु वाली दुर्घटनाओं की जांच के लिए दुर्घटना जांच समिति एवं जनपद स्तरीय समन्वय समिति का गठन किया जाएगा।
आंकड़ों पर एक नजर
एनसीआरबी (NCRB) के आंकड़ों पर नजर डाले तो हिट-एंड-रन की घटनाओं में लखनऊ (Lucknow) देश में दूसरे नंबर पर है। लखनऊ में हिट-एंड-रन के केसों (Hit and Run Case in UP) में 355 लोगों की जाने गईं है हालांकि 2021 के मुकाबले यह मौतें कम हुई है। बता दें कि साल 2021 के एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक हिट-एंड-रन में लखनऊ में कुल 442 जानें गई थीं। वहीं 2022 में 355 लोगों की हिट-एंड-रन के शिकार हुए। हिट रन मामले में दिल्ली पहले नंबर पर है।
मुख्यमंत्री के सख्त आदेश
सड़क दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत कमी लाने के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग (Uttar Pradesh Transport Department) ने मुख्यमंत्री (CM Yogi Adityanath) के सख्त आदेश के बाद पूरे प्रदेश में 15 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक सभी संबंधित विभागों के साथ मिलकर सड़क सुरक्षा पखवाड़ा मनाएगी। बता दें कि एनसीआरबी (NCRB) के आंकड़ों में दुर्घटनाओं के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने इससे जुड़े विभागों को इस मामले पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए थे।
सड़क सुरक्षा पखवाड़ा
15 से 31 दिसंबर तक उत्तर प्रदेश में शुरू होने वाले सड़क सुरक्षा पखवाड़ा के दौरान सड़क की देखभाल सुनिश्चित की जाएगी जिसमें रोड इंजीनियरिंग पर फोकस किया जाएगा। वहीं मार्गों पर कमर-तोडू स्पीड ब्रेकर के स्थान पर टेबल टॉप स्पीड ब्रेकर (Table Top Speed Breaker) का निर्माण कराया जाएगा और उस पर थर्मोप्लास्टिक पेंट्स, कैट-आई आदि अनिवार्य रूप से लगाया जाएगा। इसके साथ ही शहरों तथा मार्गों के सर्विस लेन पर जगह-जगह सीसीटीवी और एएनपीआर कैमरे लगाए जाएंगे।
उल्लंघन पर कठोर कार्रवाई
पुलिस एवं परिवहन विभाग (UP Traffic Police) रेड लाइट जंपिंग, ओवरस्पीडिंग, वाहन चालते समय मोबाइल फोन का उपयोग, ओवरलोडिंग, ड्रंकन ड्राइविंग, हेलमेट/सीटबेल्ट, रांग साइड ड्राइविंग के मामलों में सख्त कार्रवाई करेगा। वहीं लगातार तीन बार से अधिक चालान होने पर चालक के ड्राइविंग लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्यवाही की जाएगी। इसके बाद भी नियम तोड़ने पर वाहनों के पंजीयन निलंबन और निरस्तीकरण की कार्यवाही होगी। स्कूली वाहनों की फिटनेस की नियमित होगी जांच, निर्धारित समय से पुराने वाहनों के संचालन पर होगी रोक। नगरीय क्षेत्रों में ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा, टैक्सी के पंजीकरण का सत्यापन के साथ मार्ग होंगे निर्धारित।
कोहरे को लेकर कडें निर्देश
वहीं ठंड के दस्तक देने के साथ ही कोहरे की सम्सया भी शुरु हो गई है। जिसके चलते प्रदेश के समस्त सिनेमाघर और मल्टीप्लेक्स में मूवी की शुरुआत से पहले और इंटरवल के दौरान सड़क सुरक्षा के वीडियो अनिवार्य रूप से प्रदर्शित किए जाएंगे। साथ ही शराब की सभी दुकानों पर नशे की हालत में वाहन न चलाने के होर्डिंग अनिवार्य रूप से लगाई जाएंगी। शहरों एवं महत्वपूर्ण मार्गों पर अतिक्रमण हटाए जाने की कार्रवाई की जाएगी तो कोहरे के दृष्टिगत प्रभावी पेट्रोलिंग की कार्रवाई भी सुनिश्चित होगी।