Shocking incident: कर्नाटक में हुई एक चौंकाने वाली घटना, पति ने 12 साल तक पत्नी को रखा नज़रबंद
मैसूर में एक शख्स ने अपनी पत्नी को 12 साल तक घर में बंद रखा। जानकारी के मुताबिक, पति अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करता था। जिसके कारण उसने शादी के एक सप्ताह के अंदर ही उसे घर में नजरबंद करके रखा था।
Shocking incident: देश के कर्नाटक (Karnataka) राज्य से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां मैसूर (Mysore) जिले के हिरेगे गांव में एक शख्स ने अपनी पत्नी को 12 साल तक घर में बंद रखा। जानकारी के मुताबिक, पति अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करता था। जिसके कारण उसने शादी के एक सप्ताह के अंदर ही उसे घर में नजरबंद करके रखा था।
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
खूफिया सूचना मिलने के बाद पुलिस ने बुधवार रात (31 जनरवी) घर पर छापा मारा और पीड़िता सुमा को पति की कैद से आजाद कराया। पुलिस ने इस दौरान और आरोपी सन्नालैया को भी गिरफ्तार कर लिया है।
पहले भी दो शादियां कर चुका है आरोपी
पुलिस की शुरूआती जांच के मुताबिक, पीड़िता सुमा (victim suma) आरोपी की तीसरी पत्नी है। शादी के दिन से ही वह उस पर शक कर रहा था और शादी के पहले सप्ताह में ही उसने उसे अपने घर के एक कमरे में बंद कर दिया था। वहीं कथित तौर पर उसकी यातनाओं को सहन करने में असमर्थ उसकी पहली दो पत्नियों ने आरोपी को छोड़ दिया था। पति ने दरवाजे पर तीन ताले लगाकर रखे थे और पत्नी को किसी से बात ना करने की सख्त चेतावनी दी थी। इतना ही नहीं आरोपी पति ने पीड़िता को घर के बाहर स्थित शौचालय का उपयोग करने से भी मना किया था। आरोपी ने इसके लिए कमरे के अंदर एक बाल्टी रखी थी और उसे खुद ही डिस्पोज करता था। इससे आहत पीड़िता के एक रिश्तेदार ने पुलिस को घटना के बारे में सूचित किया था। इस बीच मामले की जानकारी होने पर एएसआई सुभान, वकील सिद्दप्पाजी और सामाजिक कार्यकर्ता जशीला की टीम ने घर पर छापा मारा और पीड़िता को बचाया।
पीड़िता की मां ने कई नेताओं से किया संपर्क
जानकारी के मुताबिक, आरोपी पति ने अपनी पत्नी को धमकी दी थी कि अगर वह घर से बाहर निकली या किसी से बात करने की कोशिश की, तो वह उसे नुकसान पहुंचाएगा। हालांकि पीड़िता की मां ने स्थानीय नेताओं से मदद की गुहार लगाई थी, लेकिन आरोपी नहीं माना और अपनी क्रूरता जारी रखी।
पीड़िता को बच्चों से भी दूर रखता था आरोपी
बता दें कि आरोपी से पीड़िता के दो बच्चे हैं, जिन्हें अब उसके माता-पिता के घर भेज दिया गया है। पीड़ित महिला ने बताया कि, मेरे पति ने मुझे बंद कर दिया और मुझे अपने बच्चों से खुलकर बात नहीं करने दी। वह बिना किसी कारण के मुझे बार-बार थप्पड़ मारता था। गांव के सभी लोग उससे डरते हैं। देर रात घर आने तक वह मेरे बच्चों को मेरे साथ नहीं रहने देता था। मुझे उन्हें छोटी खिड़की से खाना देना पड़ता था। वहीं मामले में पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।