Rameshwaram Cafe Blast Update: कई बार बस बदलकर किया सफर , रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट के दो आरोपी गिरफ्तार
रामेश्वरम कैफे में धमाका करने वाले दो आरोपियों को NIA ने गिरफ्तार किया है। ये दोनों आरोपी वेस्ट बंगाल से हिरासत में लिए गए हैं। आरोप है कि मतीन ताहा ने इस पूरे मामले का प्लान बनाया और मुसाविर हुसैन ने कैफे में बम को रखा।
Rameshwaram Cafe Blast Update: रामेश्वरम कैफे में धमाका करने वाले दो आरोपियों को NIA ने गिरफ्तार किया है। ये दोनों आरोपी वेस्ट बंगाल से हिरासत में लिए गए हैं। आरोप है कि मतीन ताहा ने इस पूरे मामले का प्लान बनाया और मुसाविर हुसैन ने कैफे में बम को रखा। ये दोनों आरोपी वेस्ट बंगाल में नाम बदलकर रह रहे थे। एनआईए की विशेष अदालत ने दोनों आरोपियों को तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड में भेजा है।लेकिन मामले कब क्या हुआ आइये आपको सिलसिलेवार बताते हैं।
क्या है मामला?
बीते 1 मार्च को कर्नाटक के बेंगलुरु में ब्रुकफील्ड इलाके के रामेश्वरम कैफे में जोरदार धमाका हुआ। लंच का समय था, काफी भीड़ थी, लोग आराम से खाना खा रहे थे। हादसे में 9 लोग जख्मी हो गए। पहले लगा कि सिलेंडर में ब्लास्ट हुआ। फिर जांच में, ED विस्फोट की बात सामने आई।
सीसीटीवी फुटेज में क्या मिला
सीसीटीवी की जांच की गई तो पहले आरोपी काउंटर के ऊपर लगे सीसीटीवी में नजर में आया, कैफे में पूछने पर पता चला कि उसने रवा इडली का ऑर्डर दिया, लेकिन कुछ खाया नहीं। आरोपी जब कैफे से निकला तो कुछ ही मिनट बाद विस्फोटक हो गया। इसके बाद उसे सड़क और बस में लगे सीसीटीवी में देखा गया। 8मार्च को पुलिस ने दावा किया कि सीसीटीवी फुटेज में आरोपी नजर आया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने कई बार बसें बदलीं, कई बार कपड़े और हुलिया भी बदलता रहा। जिससे वो पहचान में न आए। राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी NIA नेभीसीसीटीवी फुटेज खंगाला और लगातार छानबीन करती रही। जिसके बाद एनआईए ने सुराग देने वाले के लिए 10लाख रुपये के ईनाम की घोषणा भी की।
एनआईए ने क्या कहा
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद एनआईए ने बताया कि आरोपियों को कोलकाता के पास उनके ठिकाने से पकड़़ा गया है, वहीं एनआईए की माने तो दोनों पहले से ही 2020के आतंकवाद मामले में वांछित हैं और अब्दुल मतीन ताहा केISISके बेंगलुरु मॉड्यूल - अल हिंद से जुड़ने की बात भी कही। एनआईए ने कहा कि आरोपी गलत पहचान के तहत छुपे हुए थे। इन्हे केंद्रीय खुफिया एजेंसियों और पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, कर्नाटक और केरल के पुलिस कर्मियों के जरिए की गई कार्रवाई में पकड़ा गया है।
कैसे हुई गिरफ्तारी
एनआईए की माने तो ये आरोपी कोलकाता के पास एक लॉज में फर्जी पहचान के तहत रह रहे थे। पश्चिम बंगाल पुलिस से मदद मांगी गई और पुलिस ने तुरंत प्रतिक्रिया दी, जिससे दोनों को पकड़ लिया गया।