UP Assembly Session 2023: विधानसभा सत्र में शुक्रवार को बजट को लेकर मचा बवाल, आपस में भिड़े सीएम योगी और अखिलेश
उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 28 नवंबर से शुरु होकर 1 दिसंबर तक चला। सत्र के आखिरी दिन सदन में अनुपूरक बजट और जातीय जनगणना को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच खूब हंगामा हुआ।
UP Assembly Session 2023: उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 28 नवंबर से शुरु होकर 1 दिसंबर तक चला। सत्र के आखिरी दिन सदन में अनुपूरक बजट (supplementary budget) और जातीय जनगणना (caste census) को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच खूब हंगामा हुआ। शुक्रवार को यूपी की योगी सरकार ने जहां सामान्य चर्चा में अनुपूरक बजट की खूबियां गिनाईं तो वहीं विपक्ष हमलावर हो गया।
नेता सदन डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हमने तेजी से विकास किया है। बुंदेलखंड में हर घर नल, हर घर जल योजना के जरिये पानी की समस्या को दूर किया गया है। सरकार का लक्ष्य है कि बजट की अधिक से अधिक राशि को विकास कार्यों में खर्च किया जाए।
सदन में जातीय जनगणना पर मचा हंगामा
विपक्षी पार्टी सपा नेता मान सिंह यादव ने विधानसभा में पेश किये गए अनुपूरक बजट की आलोचना की। उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर शिक्षकों के लिए सरकार ने कोई प्रावधान नहीं किया है। वहीं समाजवादी पार्टी के नेता आशुतोष सिन्हा ने कहा कि भाजपा सरकार आउटसोर्सिंग की सरकार है। तो सपा के स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार जातीय जनगणना से कतरा रही है।
नए यूपी के निर्माण का बजट है अनुपूरक बजट
बीजेपी के नगर विकास मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा ने कहा कि यह बजट नए भारत के नए उत्तर प्रदेश के निर्माण का बजट है। सत्ता पक्ष के विद्यासागर सोनकर, अश्विनी त्यागी, प्रज्ञा त्रिपाठी ने कहा कि इस बजट में गोरखपुर में सर्वप्रथम एनसीसी एकेडमी बनाने की भी योजना है।
वहीं योगी सरकार के नेता गोविन्द नारायण शुक्ल, सुरेन्द्र चौधरी, रजनीकान्त माहेश्वरी, निर्मला पासवान, बाबू लाल तिवारी, अशोक कटारिया, ऋषिपाल सिंह, विजय बहादुर पाठक और अन्य ने भी बजट की खूबियां गिनाईं। कहा कि बजट में शौचालय निर्माण, गो-आश्रय स्थलों के निर्माण व गन्ना किसानों के लिए महत्वपूर्ण प्रविधान किया गया है। सड़कों के चौड़ीकरण व नवीनीकरण की भी समुचित व्यवस्था की गई है। बता दें कि विधान परिषद में गुरुवार को भी बजट पर चर्चा हुई थी।