Raksha Bandhan 2024: रक्षा बंधन की तिथि और समय को लेकर है परेशान, तो यहां देखे डेट
रक्षाबंधन, जिसे राखी का त्योहार भी कहा जाता है, भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह त्योहार भाई-बहन के प्यार, सुरक्षा और विश्वास का प्रतीक है। हर साल श्रावण मास (सावन का महीना ) की पूर्णिमा को यह त्योहार मनाया जाता है। लेकिन इसके तारीख को लेकर काफी आसमंजस है तो आइए हम आपको बताते हैं कि इस साल रक्षाबंधन की सही डेट और सही समय क्या है?
Raksha Bandhan 2024:रक्षाबंधन, जिसे राखी का त्योहार भी कहा जाता है, भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह त्योहार भाई-बहन के प्यार, सुरक्षा और विश्वास का प्रतीक है। हर साल श्रावण मास (सावन का महीना ) की पूर्णिमा को यह त्योहार मनाया जाता है। इस दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु एवं मां लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं, जबकि भाई अपनी बहनों की सुरक्षा और देखभाल का वचन देते हैं। रक्षाबंधन के कुछ दिन पहले से ही बाजारों में रौनक आ जाती है। हर जगह रंग-बिरंगी राखियां, मिठाइयां और उपहार देखने को मिलते हैं। बहनें अपने भाइयों के लिए सुंदर-सुंदर राखियां खरीदती हैं भाई भी अपनी बहनों के लिए उपहार और मिठाइयां खरीदते हैं। हालांकि, इस साल सावन पूर्णिमा तिथि को लेकर लोग असमंजस में हैं। साथ ही रक्षाबंधन पर भद्रा का भी साया पड़ने वाला है। तो आइए हम आपको बताते हैं कि इस साल रक्षाबंधन की सही डेट और सही समय क्या है?
रक्षाबंधन का इतिहास
रक्षाबंधन का उल्लेख कई प्राचीन कथाओं और पुराणों में मिलता है। महाभारत के अनुसार, जब भगवान कृष्ण की उंगली से खून बहने लगा था, तब द्रौपदी ने अपनी साड़ी का टुकड़ा फाड़कर उनकी उंगली पर बांध दिया था। इस भावुक क्षण ने कृष्ण को द्रौपदी का भाई बना दिया, और उन्होंने उसे हमेशा सुरक्षित रखने का वचन दिया। इसी तरह, अन्य कथाओं में भी इस पावन पर्व के महत्त्व का वर्णन मिलता है।
रक्षाबंधन शुभ मुहूर्त क्या है?
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 19 अगस्त को देर रात 03 बजकर 43 मिनट तक रक्षाबंधन का शुभ मुहुर्त है। इसके बाद पूर्णिमा तिथि शुरू हो जायेगी। आसान शब्दों में कहें तो अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार सावन पूर्णिमा तिथि 19 अगस्त को देर रात 03 बजकर 43 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 19 अगस्त को रात 11 बजकर 55 मिनट पर होगा। सनातन धर्म में सूर्योदय के बाद से तिथि से गणना की जाती है। इसके अनुसार इस साल 19 अगस्त को रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम से मनाया जाएगा। वहीं इस दिन भद्रा का भी साया पड़ रहा है। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो भद्रा के दौरान राखी बांधना अशुभ माना जाता है।
किस समय लगेगा भद्रा योग?
भद्रा को सूर्य के पुत्री और शनि देव की बहन माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार शूर्पणखा ने अपने भाई रावण को भद्रा काल में ही राखी बांधी थी। इसके बाद रावण का साम्राज्य खत्म हो जाता है और वो भगवान राम के हाथों मारा जाता है। पंचांग के अनुसार इस साल भी रक्षाबंधन के दिन कई घंटों तक भद्रा का साया रहेगा और बहनें उसके बाद ही अपने भाई के साथ यह त्योहार मना पाएंगी। रक्षाबंधन के दिन इस साल, सावन पूर्णिमा पर भद्रा का साया दोपहर 01 बजकर 32 मिनट तक है। इस दिन भद्रा का साया सुबह 06 बजकर 05 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 32 मिनट तक है। ध्यान रखें कि इस समय राखी न बांधें। शास्त्र में भद्रा के दौरान शुभ कार्य करने की मनाही होती है। इसलिए भद्रा का साया टलने के बाद ही बहनें अपने भाईयों को राखी बांधें।
क्या है राखी बांधने का सही समय?
इस साल रक्षाबंधन पर राखी बांधने का सही समय दोपहर 01 बजकर 32 मिनट से लेकर 04 बजकर 20 मिनट तक है। इसके बाद, प्रदोष काल में शाम 06 बजकर 56 मिनट से लेकर 09 बजकर 08 मिनट तक राखी बांधने का सही समय है। इन दोनों समय में सुविधा अनुसार बहनें अपने भाईयों की कलाईयों पर राखी बांध सकती हैं।