Prayagraj News: प्रयागराज में स्टेरिंग फेल होने पर गड्ढे में गिरी स्कूल बस, दर्जनों छात्र घायल

प्रयागराज के फूलपुर में एक स्कूल बस हादसे का शिकार हो गई। यहां बच्चों को स्कूल ले जा रही बस का स्टेरिंग अचानक फेल हो गया। जिससे बस सड़क के किनारे 4 फिट गहरे गड्ढे में जाकर रुक गई। इस हादसे में बस में बैठे बच्चों को काफी चोटें आई हैं।

Prayagraj News: प्रयागराज में स्टेरिंग फेल होने पर गड्ढे में गिरी स्कूल बस, दर्जनों छात्र घायल

Prayagraj News: प्रयागराज (Prayagraj) के फूलपुर में एक स्कूल बस (School Bus) हादसे का शिकार हो गई। यहां बच्चों को स्कूल ले जा रही बस का स्टेरिंग अचानक फेल हो गया। जिससे बस सड़क के किनारे 4 फिट गहरे गड्ढे में जाकर रुक गई। इस हादसे में बस में बैठे बच्चों को काफी चोटें आई हैं। जिन्हें स्थानीय ग्रामीण और मौके पर पहुंचे अभिभावकों की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

स्कूल जाते समय हादसे का शिकार हुई बस

दरअसल, गुरुवार (9 मई) सुबह अंदावा स्थित एम.आर.एस. स्कूल (M.R.S. School) की बस फूलपुर, इफको, बाबूगंज समेत चिरौडा से बच्चों को लेकर अंदावा जा रही थी। इस दौरान बगई खुर्द गांव के सामने अचानक बस की स्टेरिंग फेल हो गई। जिससे तेज रफ्तार बस अनियंत्रित हो गई और सड़क के किनारे चार फीट गहरे गड्ढे में जाकर एक रुक गई। वहीं अचानक हुए इस हादसे से बस में बैठे बच्चे सहम गए और कई छात्र घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक, बस में बैठे कई बच्चों को हल्की चोटें आई है। जिनको अस्पताल में इलाज के बाद घर भेज दिया गया है। 

अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर लगाए गंभीर आरोप

वहीं, घटना को लेकर अभिभावकों में आक्रोश है। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे नाराज अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए है। उनका कहना है कि स्कूल प्रबंधन हमसे महंगी फीस के साथ हर महीने वाहन शुल्क और मेंटेनेंस के नाम पर मोटी धनराशि ली जाती है। इसके बावजूद विद्यालय प्रबंधन वाहनों की समय-समय पर फिटनेस की जांच नहीं कराते हैं। जिसके कारण लगातार घटनाएं हो रही हैं। 

अभिभावकों से भारी भरकम फीस वसूल रहे स्कूल

एक छात्र के परिजन ने बताया कि बाबूगंज, फूलपुर झूंसी क्षेत्र में स्थित दर्जनों स्कूलों में खटारा अप्पे, ई रिक्शा तथा मैजिक वाहनों से बच्चों को बैठाया जा रहा है। मानकों के विपरीत इन वाहनों में बैठाकर बच्चों के जीवन से खिलवाड़ किया जाता है। इसके लिए स्कूल प्रबंधन बच्चों के अभिभावकों से फीस के नाम पर भारी भरकम रकम भी वसूलते हैं।