Pravasi Bhartiya Diwas: पीएम मोदी ने दी प्रवासी भारतीय दिवस की शुभकामनाएं
इसी के साथ पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों को दुनिया भर में भारत की भावना का प्रतीक बताते हुए यह भी कहा कि ये एकता और विविधता की भावना को बढ़ावा देते हैं।
Pravasi Bhartiya Diwas: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 9 जनवरी को सोशल मीडिया पोस्ट एक्स पर पोस्ट कर लोगों को प्रवासी भारतीय दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि यह दुनिया भर में भारतीय प्रवासियों के योगदान और उपलब्धियों का जश्न मनाने का दिन है। इसी के साथ पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों को दुनिया भर में भारत की भावना का प्रतीक बताते हुए यह भी कहा कि ये एकता और विविधता की भावना को बढ़ावा देते हैं।
एक्स पर किया पोस्ट
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रवासी भारतीय दिवस की शुभकामनाएं देते हुए मंगलवार को एक्स पर पोस्ट कर कहा, " प्रवासी भारतीय दिवस की शुभकामनाएं। यह दुनिया भर में भारतीय प्रवासियों के योगदान और उपलब्धियों का जश्न मनाने का दिन है। हमारी समृद्ध विरासत को संरक्षित करने और वैश्विक संबंधों को मजबूत करने के प्रति उनका समर्पण सराहनीय है। वे दुनिया भर में भारत की भावना का प्रतीक हैं, एकता और विविधता की भावना को बढ़ावा देते हैं।
Greetings on Pravasi Bharatiya Diwas. This is a day to celebrate the contributions and achievements of the Indian diaspora worldwide. Their dedication towards preserving our rich heritage and strengthening global ties is commendable. They embody the spirit of India across the… — Narendra Modi (@narendramodi) January 9, 2024
क्या है प्रवासी भारतीय दिवस
बता दें कि हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है। विदेशों में भारत का मान बढ़ाने वाले तमाम लोगों का सम्मान करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। इस दिन उनकी उपलब्धियों को सम्मान दिया जाता है और साथ ही उन्हें पुरस्कृत भी किया जाता है। दरअसल यह दिवस महात्मा गांधी से भी जुड़ा हुआ है। 9 जनवरी 1915 को महात्मा गांधी।
2002 में हुआ था शुरु
बता दें प्रवासी भारतीय दिवस की शुरुआत 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के घोषणा के साथ हुई थी। पहली बार ये दिन 9 जनवरी, 2003 को सेलिब्रेट किया गया था। दरअसल, 9 जनवरी की तारीख को इसलिए चुना गया है, क्योंकि इसी दिन 1915 में महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे। देश वापसी करने के बाद उन्होंने भारत को आजाद कराने की जिम्मा उठाया और स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया। उनके प्रयास से भारतीयों का जीवन और भविष्य दोनों ही बदल गया था।
2015 में किया गया संशोधन
इसको साल 2003 में पहली बार मनाया गया था, इसके बाद इसे लगातार हर साल मनाया जाने लगा। हालांकि, साल 2015 में इसमें संशोधन किया गया और उसके बाद से हर साल के अंतराल के बाद भारतीय प्रवासी दिवस मनाया जाने लगा। इसको मनाने के लिए हर बार एक नया और खास थीम चुना जाता है। इस थीम के अनुसार ही भारत सरकार की ओर से सम्मेलन का आयोजन किया जाता है।