Navaratra in Gujrat: गुजरात के अंबाजी मंदिर प्रबंधन का नया फैसला, महिला-पुरुष अब साथ नहीं करेंगे गरबा

Navaratra in Gujrat: गुजरात के अंबाजी मंदिर प्रबंधन का नया फैसला, महिला-पुरुष अब साथ नहीं करेंगे गरबा

Navaratra in Gujrat: नवरात्र शुरु होते ही गुजरात में एक अलग ही रौनक देखने को मिलती है। नवरात्र में यहां लड़के लड़कियों में गरबा को लेकर एक अलग ही क्रेज होता है। जगह जगह गरबा नाइट्स का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। महिला और पुरुष दोनों मिलकर गरबा खेलते हैं। लेकिन अब गरबा को लेकर एक बड़ा फैसला लिया गया है। 

गुजरात के अंबाजी मंदिर प्रबंधन ने इस बार नौ दिवसीय नवरात्रि उत्सव शुरू होने के साथ एक बड़ा बदलाव किया है। इस उत्सव में पुरुषों और महिलाओं के लिए गरबा करने के लिए अलग-अलग स्‍थान निर्धारित किए गए हैं।

इस साल यह पहली बार है कि पुरुष और महिलाएं एक साथ नृत्य नहीं करेंगे। मंदिर के पीतल द्वार के बाहर गरबा करने के लिए पुरुषों को स्थानांतरित किया जाएगा। एक अभूतपूर्व निर्णय में मंदिर प्रबंधन ने घोषणा की है कि अंबाजी मंदिर के चाचर चौक में गरबा प्रदर्शन विशेष रूप से महिलाओं के लिए आरक्षित होगा।

पुरुषों एवं महिलाओं के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार निर्धारित किये जायेंगे। परंपरागत रूप से, भक्त अंबाजी मंदिर में गरबा समारोह में भाग लेने के लिए चाचर चौक में इकट्ठा होते हैं। 
चाचर चौक में प्रवेश पाने के लिए उपस्थित लोगों को पहचान प्रमाण के रूप में अपना आधार कार्ड प्रस्तुत करना होगा। गेट नं. 7 (वीआईपी) में केवल महिलाओं और बच्चों को प्रवेश की अनुमति होगी, जबकि पुरुष मुख्य द्वार से उत्सव में प्रवेश करेंगे।

नई व्यवस्था 16 अक्टूबर से प्रभावी होने वाली है, जिसमें मंदिर ट्रस्ट नवरात्रि उत्सव के हिस्से के रूप में रविवार को मंदिर परिसर के भीतर गरबा का आयोजन करेगा।