Mumbai News मुंबई की धारावी बस्ती में BMC की टीम पर हमला,मस्जिद का अवैध हिस्सा गिराने गई 2 गाड़ियों में तोड़-फोड़
मुंबई के धारावी में मस्जिद के अवैध निर्माण पर एक्शन से पहले तनाव का माहौल बना हुआ है। मुस्लिम समुदाय ने बीएमसी का रास्ता रोक दिया और गाड़ियों में तोड़फोड़ की है। हालात को देखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया।
Mumbai News:मुंबई के धारावी में मस्जिद के अवैध निर्माण पर एक्शन से पहले तनाव का माहौल बना हुआ है। मुस्लिम समुदाय ने बीएमसी का रास्ता रोक दिया और गाड़ियों में तोड़फोड़ की है। हालात को देखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया। दरअसल, मुंबई के धारावी इलाके में 90 फीट रोड पर बनी सुभानी मस्जिद के अवैध निर्माण को हटाने पहुंची बीएमसी टीम का मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जमकर विरोध किया। वहीं, बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने बीएमसी के खिलाफ नारेबाजी भी की।
मस्जिद को डिमोलिश करने पहुंची बीएमसी की टीम
मुंबई के धारावी इलाके में एक चिट्ठी के सामने आने के बाद बवाल मच गया। बताया जा रहा है कि चिट्ठी में लिखा गया है कि मस्जिद के डिमोलिशन के लिए बीएमसी की टीम पुलिस प्रोटेक्शन के साथ 21 सितंबर यानी आज सुबह 9 बजे आने वाली है। इस लिए आप सभी लोगों से गुजारिश है कि मस्जिद की हिफाजत के लिए ज्यादा से ज्यादा तादाद में जमा हों। इस चिट्ठी के सामने आने के बाद भारी संख्या में लोग धारावी में जमा हो गए।
बीएमसी लेगी अवैध मस्जिद पर एक्शन
25 साल पुरानी सुभानिया मस्जिद को अवैध बताते हुए बीएमसी द्वारा गिराया जाना है, लेकिन लोग इसका विरोध कर रहे हैं। मुस्लिम समाज के लोग बीती रात से ही सड़कों पर बैठकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मुस्लिम समाज के लोगो का कहना है कि ये मस्जिद बहुत पुरानी है, इसलिए इसे नहीं तोड़ा जाना चाहिए। ऐसे में बीएमसी के अधिकारी मस्जिद तोड़ने के लिए पहुंचे, तो प्रदर्शनकारी लोगों ने उनकी गाड़ियों पर पथराव किया। घटनास्थल पर स्थिति को कंट्रोल करने के लिए भारी संख्या में पुलिसवालो को मौजूद किया गया हैं।
विवाद को सुलझाने के लिए की बातचीत
अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और फिलहाल स्थिति कंट्रोल में है। उन्होंने बताया कि मस्जिद, बीएमसी अधिकारियों और धारावी पुलिस का एक प्रतिनिधिमंडल इस मुद्दे को सुलझाने के लिए बातचीत कर रहा है। घनी आबादी वाली कॉलोनी धारावी को एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती माना जाता है।