Mukhtar Ansari History : प्रतिष्ठित परिवार से अपराध की दुनिया तक का सफर, दादा स्वतंत्रता सेनानी,नाना महावीर चक्र विजेता

मुख्तार का छवि जिस तरह से एक गैंगस्टर के रुप में देखी जाती है उसकी दूसरी ओर उनका परिवार काफी सौम्य स्वभाव का है। गाजीपुर के रहने वाले मुख्तार अंसार का निधन गुरुवार को देर रात बांदा के मेडिकल कॅालेज अस्पताल में हुआ था । मुख्तार का परिवार काफी समृद्ध रहा है। उनके पिता, दादा और नाना सभी पूर्वांचल के काफी प्रतिष्ठित चेहरे थे।

Mukhtar Ansari History :  प्रतिष्ठित परिवार से अपराध की दुनिया तक का सफर, दादा स्वतंत्रता सेनानी,नाना  महावीर चक्र विजेता

Mukhtar Ansari History : यूपी में एक और डॉन का अध्याय खत्म हो गया। कुख्यात गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की कल रात कार्डियक अरेस्ट से यूपी के बांदा मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई। मुख्तार की मौत की खबर ने हर किसी को हैरान कर दिया । वो साल 2005 से जेल में बंद था। उस  पर हत्‍या, हत्‍या के प्रयास, धमकी, धोखाधड़ी और कई अन्‍य आपराधिक कामों में कुल 65 मामले दर्ज थे. इनमें से कुल 18 मामले तो हत्या के थे। उसको दो बार उम्रकैद की सजा हुई थी।

दो बार हुई उम्रकैद की सजा

मुख्तार के खिलाफ लखनऊ, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, सोनभद्र, मऊ, आगरा, बाराबंकी, आजमगढ़ के अलावा नई दिल्‍ली और पंजाब में भी कई मुकदमे दर्ज थे।  मुख्तार अंसारी का जन्म 30 जून 1963 उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में हुआ था । उत्तर प्रदेश का एक सजायाफ्ता गैंगस्टर और राजनीतिज्ञ था। वह मऊ निर्वाचन क्षेत्र से पांच बार विधान सभा के सदस्य के रूप में चुना गया, जिसमें दो बार बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार के रूप में भी शामिल हैं। वह पूर्व उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी के रिश्तेदार हैं।

पांच बार रहा विधायक

मुख्तार का छवि जिस तरह से एक गैंगस्टर के रुप में देखी जाती है उसकी दूसरी ओर उनका परिवार काफी सौम्य स्वभाव का है। गाजीपुर के रहने वाले मुख्तार अंसार का निधन गुरुवार को देर रात बांदा के मेडिकल कॅालेज अस्पताल में हुआ था । मुख्तार का परिवार काफी समृद्ध रहा है। उनके पिता, दादा और नाना सभी पूर्वांचल के काफी प्रतिष्ठित चेहरे थे।

मुख्तार अंसारी का परिवारिक इतिहास

मुख्तार अंसारी के दादा थे स्वतंत्रता सेनानी  

अपने जीवन के 17 साल से ज्यादा वक्त जेल में बंद रहे मुख़्तार अंसारी के दादा का नाम भी डॉक्टर मुख़्तार अहमद अंसारी था। वो स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने गांधी जी के साथ स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया थो। वहीं वो 1926-27 में कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे।

मुख्तार अंसारी के पिता सुभानुल्लाह अंसारी

वहीं बात करें अगर मुख़्तार अंसारी के पिता की तो उनका नाम सुभानुल्लाह अंसारी था। वो गाजीपुर के मोहम्मदाबाद नगर पंचायत के चेयरमैन थे। उनकी काफी साफ सुथरी छवि थी। लोग उनका काफी सम्मान करते थे। कहा ये भी जाता है कि जब उन्होंने नगर पंचायत चुनाव लड़ने का फैसला किया था तो उनके विरोधियों तक ने अपना पर्चा वापस ले लिया था। कम्यूनिस्ट नेता होने के अलावा मुख्तार के पिता की साफ सुथरी छवि की वजह से उन्हें 1971 के नगर पालिका चुनाव में निर्विरोध चुना गया था।

नाना थे ब्रिगेडियर

मुख्तार के नाना ब्रिगेडियर थे। उनका नाम मोहम्मद उस्मान था। मुख्तार के नाना ब्रिगेडियर उस्मान ने भारतीय सेना की तरफ से नवशेरा की लड़ाई में हिंदुस्तान को जीत दिलाई थी। हालांकि इस जंग में वो शहीद हो गए थे। 1947 की लड़ाई में उनकी वीरता के लिए उन्हें मरणोपरांत महावीर चक्र से नवाजा गया था।

पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी से था गहरा नाता  

देश के पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी से मुख्तार का गहरा नाता था। वो रिश्ते में उसके चाचा लगते हैं। अक्सर ये सुनने में आया कि हामिद अंसारी मुख्तार अंसारी के चाचा हैं, यानी कि वो मुख्तार के पिता सुभानुल्लाह अंसारी के चचेरे भाई हैं। एक तरह से देखा जाये तो मुख्तार अंसारी का परिवार जितना प्रतिष्ठित था वो उससे एकदम अलग था। अपराध की दुनिया में शायद ही ऐसा कोई काम बचा होगा जो मुख्तार ने किया न हो, हत्या से लेकर रंगदारी, ठेकेदारी, खनन समेत हर काम उसने किया है।

सिबकतुल्लाह अंसारी

वहीं मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी ने 2007 से 2017 तक भारत के उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर जिले में मोहम्मदाबाद का प्रतिनिधित्व करते हुए विधायक के रूप में कार्य किया है। वह मुख्तार अंसारी और अफ़ज़ल अंसारी के बड़े भाई हैं और उत्तर प्रदेश विधान सभा में सदस्य रहे है। 

अफजाल अंसारी

पांच बार विधायक और दो बार सांसाद रहे अफजाल अंसारी की अपनी एक बड़ी पहचान है। अंसारी का परिवार बेहद संपन्न रहा है। मगर उनकी इससे ज्यादा चर्चा उनके भाई मुख्तार अंसारी की करतूतों की वजह से रही है । सुप्रीम कोर्ट ने 2007 के गैंगसटर अधिनियम के एक मामले में पूर्व सांसद अफजाल की दोषसिध्दि को सशर्त निलंबित कर दिया था।

मुख्तार अंसारी

तीन भाइयों में सबसे छोटे मुख्तार अंसारी थे, लेकिन अपराध की दुनिया में सबसे बड़ा नाम इसी का रहा। मुख्तार अंसारी ने अपनी पढ़ाई युसुफपुर गांव में पूरी की। इसके बाद उसने गाजीपुर कॉलेज से ग्रेजुएशन और पोस्ट- ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। मुख्तार अंसारी की पत्नी का नाम अफशां अंसारी है। अफशां के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हुए हैं। अफशां पर यूपी पुलिस ने 75 हजार रुपये का इनाम रखा है। वह लंबे समय से फरार चल रही है। अफशां और मुख्तार के दो बेटे हैं अब्बास अंसारी और उमर अंसारी।

रौबदार मूंछों वाली शख्शियट वाला ये विधायक आज भले ही इस दुनिया से चल बसा हो लेकिन मऊ और उसके आसपास के इलाके में मुख्तार अंसारी की तूती बोलती थी। एक  वक्त था जब पूरा सूबा मुख्तार के नाम मात्र से कांपता था। मुख्तार भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर यूपी की हर बड़ी पार्टी में शामिल रहा।

मुख्तार के परिवार के किस- किस सदस्य पर हैं कितने मुकदमे

मुख्तार अंसारी
मुकदमा- 65
सजा- छह मामलों में
वर्तमान समय-जेल

आफशा अंसारी पत्नी मुख्तार अंसारी
मुकदमा- 13
वर्तमान समय- फरार

अब्बास अंसारी पुत्र मुख्तार अंसारी
मुकदमा- आठ
वर्तमान समय - जेल में

उमर अंसारी पुत्र मुख्तार अंसारी
मुकदमा- छह

निकहत बानो पुत्रवधु मुख्तार अंसारी
मुकदमा- एक

अफजाल अंसारी भाई मुख्तार अंसारी
सजा- एक मामले में
वर्तमान समय- जमानत पर बाहर

शिबगतुल्लाह अंसारी भाई मुख्तार अंसारी
मुकदमा -04

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