Kolkata rape case: कोलकाता रेप केस की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज, दोबारा हड़ताल पर जा सकते हैं जूनियर डॉक्टर
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कालेज और यूनिवर्सिटी में 8 और 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर मामले को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है। इस सुनवाई में राज्य सरकार की ओर से वर्कप्लेस पर सुरक्षा और बचाव को लेकर जवाब दाखिल किया जाना है।
Kolkata rape case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कालेज और यूनिवर्सिटी (RG Kar Medical College and University, Kolkata) में 8 और 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर मामले को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सुनवाई है। इस सुनवाई में राज्य सरकार की ओर से वर्कप्लेस पर सुरक्षा और बचाव को लेकर जवाब दाखिल किया जाना है।
जूनियर डॉक्टर्स ने दोबारा हड़ताल पर जाने की दी चेतावनी
आरजी कर मेडिकल कालेज और यूनिवर्सिटी के जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि अगर वे राज्य सरकार के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए, तो वे दोबारा हड़ताल शुरू करेंगे। इससे पहले डॉक्टरों ने 10 अगस्त से 21 सितंबर के बीच 42 दिन तक हड़ताल की थी।
सागोर दत्ता अस्पताल में तीमारदारों ने किया था हंगामा
दरअसल, कोलकाता के सागोर दत्ता अस्पताल (Sagar Dutta Hospital, Kolkata) में तीन दिन पहले 27 सितंबर को एक मरीज की मौत हो गई थी। जिसके बाद मरीज के तीमारदारों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया था। इस दौरान 3 डॉक्टरों और 3 नर्सों से पिटाई का मामला सामने आया। इसी घटना को लेकर जूनियर डॉक्टर्स नाराज हैं। डॉक्टर्स ने अस्पताल में प्रदर्शन भी किया। इस केस में 4 प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को हिरासत में लिया गया है।
जूनियर डॉक्टर्स की अस्पतालों में सुरक्षा देने की मांग
जूनियर डॉक्टर्स की मांग है कि अस्पतालों में उन्हें सुरक्षा दी जाए, ताकि वे बिना डर के ड्यूटी कर सकें। डॉक्टरों ने कहा कि सरकार के साथ हमारी बैठक को गंभीरता से नहीं लिया गया। एक डॉक्टर ने कहा कि राज्य सरकार हमें सुरक्षा देने में पूरी तरह से फेल रही है। इसलिए शुक्रवार (27 सितंबर) को सगोर दत्ता हॉस्पिटल में हमला हुआ। हम ममता सरकार को कुछ समय दे रहे हैं। सोमवार (30 सितंबर) को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की सुनवाई के बाद हम बड़ा फैसला लेंगे।
स्वास्थ्य कर्मियों को धमका रहे तीमारदार
नाराज जूनियर डाक्टरों ने कहा- ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) और मुख्य सचिव के साथ हमारी बैठकों को गंभीरता से नहीं लिया गया। मरीजों के परिवार वाले एक महिला स्वास्थ्य सहकर्मी को धमका रहे हैं। वे कह रहे हैं कि आरजी कर मेडिकल कालेज में जो हुआ, वही दोहराएंगे। ये लोग ऐसी धमकी कैसे दे सकते हैं।