Ganpati Visarjan 2024: गणपति विसर्जन के वक्त भूलकर भी न करें ये गलती, बप्पा हो जायेंगे रुष्ठ
10 दिन तक श्री गणेश प्रतिमा घर में विराजित रहती है और फिर उनका विसर्जन होता है। वहीं जब बात आती है विसर्जन की तो लोग अलग-अलग तरीके से बप्पा का विसर्जन करतें हैं। ऐसे में कुछ लोग मुर्तियों को सड़को के किनारे रख देतें हैं, पेड़ो के नीचें रख देतें हैं। लेकिन मान्यता के मुताबिक ऐसा करना गलत है।
Ganpati Visarjan 2024: देशभर में इस समय गणेश चतुर्थी की धूम है, गणेश चतुर्थी को गणपति जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान संपूर्ण विधि विधान के साथ घर में एक दिन, दो दिन, तीन दिन या फिर 9 दिन के लिए गणेश जी की स्थापना की जाती है। 10 दिन तक श्री गणेश प्रतिमा घर में विराजित रहती है और फिर उनका विसर्जन होता है। वहीं जब बात आती है विसर्जन की तो लोग अलग-अलग तरीके से बप्पा का विसर्जन करतें हैं। ऐसे में कुछ लोग मुर्तियों को सड़को के किनारे रख देतें हैं, पेड़ो के नीचें रख देतें हैं। लेकिन मान्यता के मुताबिक ऐसा करना गलत है।
कैसे करें श्री गणेश प्रतिमा की विदाई ?
- सबसे पहले 10 दिन या डेढ़ दिन, 3 दिन, 5 दिन और 7 दिन तक की जाने वाली आरती- पूजन-अर्चन करें। विशेष प्रसाद का भोग लगाएं।
- अब श्री गणेश का स्वस्तिवाचन मंगल पाठ करें।
- फिर एक स्वच्छ पीढ़ा लें। उसे गंगाजल से पवित्र कर लें। इसरे बाद उस पर स्वास्तिक बनायें... उस पर अक्षत रखें। इस पर एक पीला, गुलाबी या लाल सुसज्जित वस्त्र बिछाएं।
- उस पर गुलाब की पंखुरियां बिखेरें। साथ में पीढ़े के चारों कोनों पर चार सुपारी रखें।
- अब श्री गणेश को उनके जोर से जय के साथ स्थापना वाले स्थान से उठा कर और इस पीढ़े पर विराजित करें। पीढ़े पर विराजित करने के बाद उनके साथ फल, फूल, वस्त्र, दक्षिणा, 5 मोदक रखें।
- एक छोटी लकड़ी लें। उस पर चावल, गेहूं और पंच मेवा की पोटली बनाकर बांधे और सिक्के रखें। ऐसा करने की ये मान्यता है कि मार्ग में बप्पा को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
- नदी, तालाब या पोखर के किनारे विसर्जन से पूर्व कपूर की आरती पुनः संपन्न करें। श्री गणेश से खुशी-खुशी विदाई की कामना करें और उनसे धन, सुख, शांति, समृद्धि के साथ मनचाहे आशीर्वाद मांगे। 10 दिन जाने-अनजाने में हुई गलती के लिए क्षमा प्रार्थना भी करें।
- श्री गणेश प्रतिमा को फेंकें नहीं उन्हें पूरे आदर और सम्मान के साथ वस्त्र और समस्त सामग्री के साथ धीरे-धीरे बहाएं।
- अगर प्रतिमा इको फ्रेंडली हैं तो पुण्य अधिक मिलेगा क्योंकि वे पूरी तरह से पानी में विलीन हो जाती है... आधे अधूरे और टूट-फूट के रूकेंगे नहीं।
- श्री गणेश प्रतिमा इको फ्रेंडली हैं तो उन्हें घर में विसर्जित कर अपने गमले में यह पानी डाल कर हमेशा अपने पास भी रख सकते हैं।