Delhi pollution: दिल्ली में ऐप बेस्ड टैक्सियों की नो-एंट्री, अब नहीं लागू होगा ऑड-ईवन
प्रदूषण को लेकर दिल्ली में दूसरे राज्यों से आने वाली बाहरी टैक्सियों पर रोक लगा दी गई है। दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर यह रोक लगाई है।
Delhi pollution: राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के कारण एयर क्वालिटी इंडेक्स बहुत गंभीर स्तर है। प्रदूषण को लेकर दिल्ली में दूसरे राज्यों से आने वाली बाहरी टैक्सियों पर रोक लगा दी गई है। दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर यह रोक लगाई है। केजरीवाल सरकार ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली से बाहर रजिस्टर्ड ओला-उबर सहित ऐप बेस्ड दूसरी टैक्सियों के प्रवेश पर रोक लगाई गई है। राजधानी में सिर्फ दिल्ली रजिस्टर्ड ऐप बेस्ड टैक्सियां ही चलेगी।
अभी प्रदूषण से राहत की संभावना नहीं
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर में अगले पांच से छह दिनों तक एयर क्वालिटी गंभीर श्रेणी में रहेगी। अभी प्रदूषण से राहत की कोई संभावना नहीं है। दिल्ली में गुरुवार यानि 9 नवंबर को एयर क्वालिटी इंडेक्स 440 दर्ज किया गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली से सटे शहरों की हवा भी जहरीली है। ग्रेटर नोएडा में आज एक्यूआई 450, फरीदाबाद में 413, गाजियाबाद में 369, गुरुग्राम में 396 और नोएडा में 394 दर्ज हुआ है।
दिल्ली में सांस लेना 10 सिगरेट पीने के बराबर
स्वास्थ्य विषेशज्ञों के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में सांस लेना एक दिन में 10 सिगरेट पीने के बराबर है। ऐसी गंभीर एयर क्वालिटी में ज्यादा देर तक रहने से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज जैसी सांस संबंधी गंभीर बीमारियां हो सकती है।
स्कूलों में सर्दी की छुट्टियों का ऐलान
प्रदूषण के कारण दिल्ली सरकार ने 9 से 18 नवंबर तक स्कूलों में सर्दी की छुट्टियों का ऐलान कर दिया है। हर साल दिसंबर और जनवरी महीने में सर्दी की छुट्टियां होती थी, लेकिन इस बार प्रदूषण की कारण नवंबर में ही छुटि्टयां कर दी गई हैं। दिल्ली के शिक्षा विभाग ने 8 नवंबर को यह आदेश जारी किया। इससे पहले, दिल्ली सरकार ने 10 नवंबर तक सिर्फ प्राइमरी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया था।
दिल्ली आने से घबरा रहे विदेशी
दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 से 27 नवंबर तक 42वें इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर का आयोजन होने वाला है। प्रदूषण का असर इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर पर भी देखने को मिल रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक, अब तक 8 देशों ने अपने कारोबारियों और डेलिगेशन को राजधानी दिल्ली में हो रहे इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में भेजने से इनकार कर दिया है।
दिल्ली में अभी नहीं लागू होगा ऑड-ईवन
दिल्ली सरकार 13 नवंबर से राजधानी में ऑड-ईवन लागू नहीं करेगी। दिल्ली सरकार ने कहा कि राजधानी में ऑड-ईवन योजना को सुप्रीम कोर्ट की समीक्षा के बाद ही लागू किया जाएगा। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रदेश सरकार सुप्रीम कोर्ट को यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो और दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी द्वारा इस योजना को लेकर किए गए अध्ययन की रिपोर्ट सौंपेगी। इस रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट समीक्षा करेगी। समीक्षा के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही राजधानी दिल्ली में ऑड-ईवन लागू करने पर विचार किया जाएगा।
ऑड-ईवन सिर्फ एक दिखावा है- सुप्रीम कोर्ट
बता दें कि, दिल्ली सरकार ने 13 नवंबर से 20 नवंबर तक प्रदेश में ऑड-ईवन योजना को लागू करने का ऐलान किया था। इस बीच मंगलवार 7 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने मामले पर सुनवाई करते हुए कहा कि ऑड-ईवन से प्रदूषण कम नहीं होता है। यह सिर्फ एक दिखावा है। सरकार को प्रदूषण रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाना चाहिए।
दिल्ली में 21 और 22 नवंबर को होगी कृत्रिम बारिश
प्रदेश में प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने राज्य में कृत्रिम बारिश कराने की योजना बना रही है। सरकार 21-22 नवंबर को राज्य में पहली बार कृत्रिम बारिश कराने की तैयारी कर रही है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार 8 नवंबर को आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों के साथ बैठक की। बैठक में बताया गया कि जब 40% बादल हों या नमी हो तो तब कृत्रिम बारिश कराई जा सकती है और ऐसी मौसमी स्थिति 21-22 नवंबर को बन रही है। बैठक में फैसला लेने के बाद सरकार ने 21-22 नवंबर को राज्य में कृत्रिम बारिश कराने की तैयारी शुरू कर दी है।