Hanuman flag Issue in Karnataka: कर्नाटक में हनुमान ध्वज पर मचा घमासान, बीजेपी और बजरंग दल का विरोध प्रदर्शन
कर्नाटक में इन दिनों संकट मोचन हनुमान को लेकर सियासत गरमाई हुई है। राज्य में हनुमान पर बवाल मचा हुआ है। दरअसल कर्नाटक के माड्या में उस वक्त हंगामा मच गया जब पुलिस ने 108 फीट उंचे हनुमान ध्वज को हटा दिया।
Hanuman flag Issue in Karnataka: कर्नाटक में इन दिनों संकट मोचन हनुमान को लेकर सियासत गरमाई हुई है। राज्य में हनुमान पर बवाल मचा हुआ है। दरअसल कर्नाटक के माड्या में उस वक्त हंगामा मच गया जब पुलिस ने 108 फीट उंचे हनुमान ध्वज को हटा दिया। ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरु कर दिया। देखते ही देखते मामला इतना गंभीर हो गया कि माड्या के केरागोडु गांव में धारा 144 लगानी पड़ गई। ये पूरा मामला 28 जनवरी का है।
ग्रीमीणों ने विरोध में की दुकानें बंद
पूरा मामला कुछ इस तरह है कि ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत से परमिशन लेने के बाद हनुमान ध्वज फहराया था। जिसके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई और फिर प्रशासन ने पुलिस को ध्वज निकालने का आदेश दिये था। जिससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए और विरोध में अपनी दुकानें बंद कर दी। वहीं जब पुलिस हनुमान ध्वज को निकालने पहुंची तो मामला गर्मा गया। और वहां मौजूद लोग पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शनकारियों में बीजेपी और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी शामिल थे।
कांग्रेस विधायक के तोड़े गए बैनर
प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय कांग्रेस विधायक रवि कुमार के खिलाफ नारेबाजी की तो वहीं उनके बैनर भी तोड़ दिये। आक्रोशित भीड़ पर कंट्रोल करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किये गए। बेकाबू भीड़ पर पुलिस ने लाठी चार्ज भी किया। और खंभे से हनुमान ध्वज को हटाकर तिरंगा लगा दिया।
‘तिरंगा की जगह भगवा फहराना नियमों के खिलाफ’
इस मामले पर सीएम सिद्धारमैया का भी बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि जहां तिरंगा फहराया जाता है वहां भगवा झंडा फहराना नियमों के खिलाफ है। परमिशन राष्ट्रीय ध्वज लगाने की ली गई थी, लेकिन दूसरा झंडा फहराया गया। इसके पीछे राजनीति हो सकती है। ये देश लोकतंत्र और संविधान के तहत काम करता है। हम भी राम भक्त हैं। हम मंदिर के पास हनुमान ध्वज फहराने को तैयार है।
'कर्नाटक सरकार का हिंदुओं के प्रति प्रेम नकली है'
वहीं इस मामले पर पूर्व ग्राम पंचायत उपाध्यक्ष ने कहा कि सीएम को इस विवाद की हकीकत नहीं पता है। जिला स्तर के अधिकारी ने मुख्यमंत्री को गलत जानकारी दी है। इस मामले को लेकर जहां भाजपा नेताओं ने कर्नाटक के सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी हैं। तो वहीं नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कर्नाटक सरकार का हिंदुओं के प्रति प्रेम नकली है।
'समाज शांतिपूर्ण है, तो भाजपा को खाना पच नहीं रहा है'
उन्होंने राज्य कांग्रेस सरकार की कार्रवाई पर भी सवाल उठाया, कहा कि पुलिस कार्रवाई की जगह प्रशासन ने ग्रामीणों से बात क्यों नहीं की? वहीं कर्नाटक मंत्री प्रियांक खड़गे ने सोशल मीडिया पर परमिशन लेटर शेयर करते हुए कहा कि भाजपा और संघ परिवार अब मांड्या में सांप्रदायिक राजनीति का प्रयोग शुरू कर रहा हैं। अगर समाज शांतिपूर्ण है, तो भाजपा को खाना पच नहीं रहा है।