Bulldozer Action in UP: 15 दिसंबर से गिराए जाएंगे लखनऊ के 1100 से ज्यादा घर

उत्तर प्रदेश में सिर्फ माफियाओं के खिलाफ ही बुलडोजर का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि अब अवैध निर्मित घरों और दुकानों पर भी सराकर ऐसा ही अभियान चलाने जा रहा है। जानकारी के मुताबिक ये उत्तर प्रदेश के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा अभियान होगा।

Bulldozer Action in UP: 15 दिसंबर से गिराए जाएंगे लखनऊ के 1100 से ज्यादा घर

Bulldozer Action in UP: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में अब तक का सबसे बड़ा बुलडोजर अभियान (Bulldozer Operation in Lucknow) शुरु होने जा रहा है। ये अभियान दिसंबर महीने की 15 तारीख से शुरु होगा। जिस दौरान कुकरैल नदी पर बने 1100 से ज्यादा अवैध निर्माणों (Illegal Constructions on Kukrail River) को गिराया जाएगा।

14 दिसंबर तक का दिया समय

लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA), जिला प्रशासन, नगर निगम (Nagar Nigam Lucknow) और पुलिस संयुक्त (Lucknow Police) रुप से मिलकर अकबर नगर (Akbar Nagar) में कुकरैल नदी (Kukrail River) पर बने 1100 से ज्यादा अवैध घरों-दुकानों को गिराने का काम करने वाला है। इसके लिए यहां रहने वाले लोगों को 14 दिसंबर तक का समय दिया गया है ताकि तब तक सभी लोग इस जगह को खाली कर दें। दरअसल यहां रहने वाले लोगों को पीएम आवास योजना (PM Awas Yojna) में जगह दी जा रही है इसी के ऐसे में 14 दिसंबर तक LDA यहां रजिस्ट्रेशन करा रहा है।

सबसे बड़ा बुलडोजर अभियान

लोगों का कहना था कि उत्तर प्रदेश में सिर्फ माफियाओं के खिलाफ ही बुलडोजर का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि अब अवैध निर्मित घरों और दुकानों पर भी सराकर ऐसा ही अभियान चलाने जा रहा है। जानकारी के मुताबिक ये उत्तर प्रदेश के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा अभियान होगा।

रिवर फ्रंट की तर्ज पर होगा विकसित

बता दें कि कुकरैल नदी को छोटे रिवर फ्रंट के तौर पर विकसित किया जाएगा। जानकारी के अनुसार इस प्रोजेक्ट में खुद सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) दिलचस्पी ले रहे हैं। जिसके चलते प्रशासन इसमें कोई भी ढिलाई बरतने को तैयार नहीं है। प्रशासन का कहना है कि कुकरैल नदी के सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है और इसी वजह से अवैध अतिक्रमण पर बुलडोजर चल रहा है। 

विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग

वहीं सरकार द्वारा की जा रही इस कार्रवाई का लोगों ने विरोध करना भी शुरु कर दिया है। लखनऊ व्यापार मंडल (Lucknow Trade Board) ने भी इसको लेकर विरोध करने का ऐलान किया है। दरअसल व्यापार मंडल की मांग है कि दुकान और शोरूम तोड़ने से पहले LDA इन दुकानदारों को विकल्प दे। क्योंकि दुकान टूटने के बाद सभी लोगों की आर्थिक स्थिति पर इसका गहरा असर पड़ेगा।